6 पण दुखियारानै स्यांती देबाळो परमेसर तितूसनै म्हारै कनै भेजर म्हारी हिमत बंधाई।
इ बजेऊँ म्हानै हिमत मिली। म्हानै हिमत मिलबा क अलावा तितूस क राजी होबाऊँ ओर बी बेत्ती खुसी होई, क्युं क थारी बजेऊँ बिकी आत्मानै स्यांती मिली।
मसी म ज थानै हिमत मिली हो, बिका प्यार-परेम म थानै स्यांती मिली हो, पबितर आत्मा क सागै थारो संगरो ह अर थारै म नरमाई अर दया ह,
थ्यावस अर हिमत देबाळो परमेसर थानै मसी ईसु की जंय्यां एका को मन देवै,
भागहाळा ह बे जखा रोवै ह; क्युं क परमेसर बानै स्यांती देसी!
म थारै ताँई परम-पिताऊँ एक मददगार की माँग करस्युं, जखो सदाई थारै सागै रेह्सी।
अर बिकै अठै आबाऊँ बढर तो म्हें आ सुण्या क थे बिको चोखो आदरमान कर्यो जणा म्हानै ओर बी बेत्ती हिमत मिलगी। बो म्हानै बतायो क थे मेरूँ मिलबा ताँई कत्ता तरसो हो, थे थारा किया प सरमिंदा हो अर म्हारी चिंत्या करो हो अंय्यां सुणर म ओर बी राजी होयो।
क्युं क म बिकै आगै थारी खूब बडाई करी ही, अर इ ताँई मनै निचो कोनी देखणो पड़्यो। पण जंय्यां म्हें थानै सची-सची बोल्या हां, बंय्यांई थारै बारां म म्हारो गुमान तितूस क सामै सचाई क सागै परगट होयो।