थारो बिस्वास परमेसर क सामै बलि अर याजक की सेवा जंय्यां को ह अर इ बलि प ज मेरो लोय बी चढाणो पड़ै जणा म इ बात ताँई राजी हूँ अर आ खुसी म था सगळा क सागै बाटर्यो हूँ।
मेरी दिली इंछ्या अर आस ह क, म कदैई मेरा काम म सरमिंदा नइ होऊँ, पण हर टेम अर खासकर इब म हिमतऊँ भरज्याऊँ जिऊँ चाएस म जीऊँ अर मरूँ बस मेरी काया क जरिए मसी की मेमा होवै।
के म सरमिंदा होर खेऊँ हूँ म्हें बाकी जंय्यां थारै सागै सलुक करबा म बोळा कमजोर हां? पण ज कोई ख्याताई बी गुमान करबा की हिमत कर सकै ह जणा म बावळापुणाऊँई खेऊँ हूँ क म बी हिमत करस्युं।
परमेसर को धनेवाद हो क बो आपानै मसी की बजेऊँ सदाई जीत का गेला प लेज्यावै ह। अर परमेसर मसी की बाता का ज्ञाननै च्यारूमेर फेलाबा ताँई आपानै चोखी सुगंद की जंय्यां काम म लेवै ह।