जद दुसरा मिनखनै आ चिजा म पाँती लेबा की अजादि ह जणा के म्हानै बाऊँ बेत्ती कोनी ह? पण म्हें थार प हक कोनी जताया, जदकी म्हें सक्यु भोग्या जिऊँ मसी का चोखा समचारनै कोई अड़चल नइ आवै।
अर म बिस्वास म कमजोर ताँई कमजोर बण्यो जिऊँ म बानै मसी म ल्या सकूँ अर म मिनखा ताँई क्युंना क्युं बण्यो जोक्यु हो सकै हो बो म कर्यो की म बामैऊँ क्युंकनै बचा सकूँ।