1 परमेसर का संगी होबा क नातै म्हें थानै समजावां हां क परमेसर की दया थार प होई ह बिनै बेकार मना जाबाद्यो।
थे ध्यानऊँ रेहज्यो कदै अंय्यां नइ होज्या क थारै मऊँ कोई परमेसर की दयाऊँ चूक ज्यावै। अर ध्यान राखज्यो क थारै मऊँ कोई खारी जड़ नइ निकळै जखी कयानै असुद अर दुख देबा की बजे बाजै।
परमेसर की सेवा म म्हें साती-संगी हां, अर थे परमेसर का खेत अर बिका भवन हो।
अर जिनै बी परमेसर कानिऊँ आत्मिक बरदान मिलेड़ो ह। बिनै चाए क बो परमेसर का चोखा भंडारी की जंय्यां बि आत्मिक बरदाननै एक दुसरा की सेवा करबा ताँई सूल काम म लेवै।
म परमेसर की दयानै बेकार कोनी जाबा द्युँ, क्युं क ज नेम-कायदा की बजेऊँ धारमिक्ता मिलती, जणा मसी को मरबो बेकारई ह।
ध्यान राखो, बि बोलबाळानै मना नकारो। ज बे बिनै नकारर कोनी बच पाया, जानै बो धरती पई चेतावनी दि ही, जणा ज आपा बिऊँ मुंडो फेरां, जखो ईस्बर नगरीऊँ चेतावनी देर्यो ह जणा बिऊँ कदैई कोनी बचस्यां।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो मेरी अरदास ह क, परमेसर जखी दया आपणा प दिखाई ह। बिकी बजेऊँ थारी कायानै पबितर अर जीवती भेंट चढावा क रूप म परमेसरनै चढा द्यो जखी बिनै राजी करै। क्युं क बिनै ध्यारबा को ओई सचो अर सई तरिको ह।
के थे अत्तो दुख बेकार मई भोग्या? पण ओ पक्काई बेकार कोनी।
पोलुस अर बरनाबास बोळा दिना ताँई बठैई रिह्या अर बिना कोई डर क परचार करता रिह्या। अर परबु बी बाका हाताऊँ अचरजभर्या काम अर चमत्कार दिखार आपकी दया का संदेसनै साबित कर्यो।
क्युं क परमेसर सगळा मिनखा का छुटकारा ताँई दया दिखाई ह।
“ओ यरूसलेम का मिनखो थे परमेसर की खेबाळानै मारगेर्या अर जिनै परमेसर थारै कनै भेज्या बानै बी थे भाठा मार'र मारगेर्या हो। जंय्यां मुरगी आपका चुजानै पांखड़ा तळै भेळो करै ह बंय्यांई परमेसर बी कत्ती बार भेळो करबो चायो पण थे ओ कोनी चाया।
मसी की दिनता अर नरमाई क सागै म पोलुस निजी तोरऊँ बोलुँ हूँ। थारै मऊँ क्युं क जणा मेरै बारां म बोलीं हीं क जद म थारै आमै-सामै होऊँ बि टेम थारै सागै नरमाईऊँ रेह्ऊँ हूँ अर जद म थारूँ दूर रेह्ऊँ बि टेम सकताई बरतुँ हूँ।
बरनाबास बठै परमेसर की दयानै देखर राजी होयो। अर बानै उपदेस दिओ की तन मनऊँ बिस्वास जोगा अर परमेसर म बण्या रेह्ओ।
इ ताँई जद मेरूँ ओर कोनी रिह्यो गयो जणा म थारा बिस्वास का हालचाल लेबा ताँई तिमूतियूसनै भेज्यो। परमेसर करै अंय्यां नइ होवै क बिचास्बाळो सेतान थानै बिचास्यो होवै अर म्हारी करी कराई मेनत अळी गई हो।
जदकी बिकी अराम हाळी झघा म जाबा को बादो हाल बी ह, जणा आपानै चेता म रेह्बो चाए क्युं क कदै अंय्यां नइ होवै क थारै मऊँ कोईसो बी बठै जाबाऊँ चूक ज्यावै।