7 क्युं क आपा बिस्वासऊँ जीवां हां आँख्या देख्याऊँ नइ।
अर जोक्यु सुजै ह बिनै म्हारी आँख्या कोनी देखै, पण जखी चिजा सुजै कोनी बानै देखै ह। क्युं क जखी चिजा सुजै ह, बाको नास होसी पण जखी कोनी सुजै बे जुग-जुग बणी रेह्सी।
थे बिनै बिना देख्याई परेम करो हो, अर अठै ताँई बिनै बिना देख्या बिपै बिस्वास कर अंय्यां राजी होवो हो, जिको बखान कोनी कर्यो जा सकै। अ बाता मेमाभरी ह।
पण मेरो धरमी मिनख बिस्वासऊँ जिसी, अर ज बो बिस्वासऊँ फिरज्या जणा म बिऊँ राजी कोनी रेहस्युं।”
अर इब म खुद जिंदो कोनी हूँ, पण मसी मेरै म जीवै ह। अर ज म काया म जिंदो हूँ तो बस बि बिस्वासऊँ जिंदो हूँ जखो परमेसर का बेटा प ह, जखो मेरूँ परेम कर्यो अर मेरै ताँई खुदनै दे दिओ।
बिस्वास म मजबूत होर सेतान को सामनो करो , क्युं क थे ओ जाणो हो की थारा भाईड़ा जखा इ दुनिया म च्यारूमेर फेलर्या हीं बे थारोसो दुख भोगर्या हीं।
हाल तो आपा परमेसर क बारां म सगळी बाता आदी-अधुरी समजा हां जंय्यां धुँधळा सिसा म चिजा दिखै। पण बो टेम आसी जद आपा परमेसरनै आमै-सामै देखस्यां। हाल म जोक्यु जाणू हूँ बो अधुरो ह पण बि टेम म सक्यु सूल जाणस्युं जंय्यां परमेसर मनै जाणै ह।
अर इको ओ मतबल कोनी क म्हें थारा मालिक हां जखा थानै खेवां क थारो बिस्वास कंय्यां को होवै। पण म्हें तो थारी खुसी ताँई थारै सागै काम करां हां, क्युं क थे बिस्वास म मजबूत हो।