18 अर जोक्यु सुजै ह बिनै म्हारी आँख्या कोनी देखै, पण जखी चिजा सुजै कोनी बानै देखै ह। क्युं क जखी चिजा सुजै ह, बाको नास होसी पण जखी कोनी सुजै बे जुग-जुग बणी रेह्सी।
क्युं क आपा बिस्वासऊँ जीवां हां आँख्या देख्याऊँ नइ।
बिस्वास, आस करेड़ी चिजा मिलबा को पूरो भरोसो, अर नइ दिखबाळी चिजा को पुक्तो सबूत ह।
अर मसी खुद आपानै अजर-अमर जीवन देबा को बादो कर्यो ह।
अ सगळा बिस्वास क सागैई मर्या। अर आ मिनखानै बे चिजा कोनी मिली जाको बादो कर्यो गयो हो पण अ बानै दूरऊँ देखर राजी होया। अर बे मान लिआ क बे इ जगत म अणजाण अर परदेसी ह।
जणा बे मिनख कदैई नइ खतम होबाळी सजा पासी अर धरमी मिनख अजर-अमर जीवन पासी।”
आपणो परबु ईसु मसी खुदई अर आपणो परम-पिता परमेसर जखो आपणाऊँ परेम करै ह अर जखो आपानै आपकी दयाऊँ जुग-जुग ताँई हिमत बंधवाई ह अर आस दिनी ह,
पण इब मसी जखो चोखी बाता को म्हायाजक बणर आयो ह, बो हात का बणाएड़ा तम्मू म कोनी पण इऊँ बी बडा अर सिद तम्मू क मांयनै सेवा करै ह इको मतबल ओ ह क बो पबितर तम्मू इ सरस्टि को भाग कोनी।