मेरो थानै चिठी मांडबा को मकसद ओ बताबो कोनी हो क कूण गळती करी ही नहिस किकै खिलाप करी। पण ओ हो क परमेसर क सामै खुद देख सको क थे म्हारै बेई कत्ताक बफादार हो।
म बावळा की ढाळ बोल्यो, पण अंय्यां करबा ताँई थेई मनै उकसाया। जदकी म तो क्युंबी कोनी हूँ, पण थानै तो मेरी बडाई करबो चाए, क्युं क म थारा बा भेजेड़ा चेला मऊँ, एक बात म बी कम कोनी हूँ।
थे मेरी गेलड़ी चिठीऊँ दुखी होया होगा, पण मनै बि चिठीनै मांडबा को इब जमाई पछताओ कोनी। मनै इ बात को पेली दुख हो पण इब मनै बेरो पड़्यो ह क थे बि चिठीऊँ क्युंक टेम ताँई दुखी होया हा।