2 क्युं क ज म थानै दुखी करूं जणा मनै कूण राजी करसी? के थे जिनै म दुखी करतो? नइ!
थे मेरी गेलड़ी चिठीऊँ दुखी होया होगा, पण मनै बि चिठीनै मांडबा को इब जमाई पछताओ कोनी। मनै इ बात को पेली दुख हो पण इब मनै बेरो पड़्यो ह क थे बि चिठीऊँ क्युंक टेम ताँई दुखी होया हा।
जंय्यां क थे म्हानै हाल क्युंक हदताई समजो हो। पण जद परबु ईसु क ओज्यु आबा का दिन थे सगळा म्हारै प गुमान करस्यो जंय्यां म्हें थार प करां हां।
इ ताँई ज काया को एक अंग दुख पावै जणा बिकै सागै सगळा अंग दुख पावै ह अर ज एक अंगनै मान मिलै ह जणा सगळा अंग बिकै सागै राजी होवीं हीं।
जखा राजी हीं बाकै सागै राजी होवो अर जखा रोइ हीं बाकै सागै रोओ।
जद कोई कमजोर ह तो म बी खुदनै कमजोर म्हेसुस करूं हूँ, अर ज कोई पाप म पड़्यो ह जणा मनै दुख होवै ह।
अंय्यां सुणर बिको मुंडो उतरगो अर बो दुखी होर बठैऊँ चलेगो। क्युं क बिकन अणाप-सणाप जायजाद ही।