7 अर म्हें परमेसरऊँ अरदास करां हां क, थे बुराई नइ करो। ओ इ ताँई कोनी ह क, म्हारी कामयाबिनै दिखावां हां। पण इ ताँई क थे बोई कर्यो जखो सई ह, चाए म्हें नाकामई नजर आवां।
बो मिनख भागहाळो ह जखो बिचास्या जाबा की घड़ी म डट्यो रेह्वै ह, क्युं क बिनै बिचास्या जाबा क पाछैई खरो मिनख बणार जीवन को मुकट मिलसी, जिनै परबु आपका परेम करबाळानै देबा को बादो कर राख्यो ह।
अर परबु मनै सगळी बुरी बाताऊँ बचासी अर बचार ईस्बर नगरी राज म लेज्यासी। बिकी मेमा जुग-जुग होती रेह्वै। अंय्यांई होवै!
परमेसर की नजर्या म खुदनै काम करबाळो मिनख बणबा ताँई मेनत कर, जिऊँ तनै सरमिन्दो नइ होणो पड़ै, पण परमेसर क सच का बचनानै सई-सई सीखावै।
राजा-म्हराजा अर सगळा अधिकार्या ताँई अरदास करी जावै। जिऊँ आपा सुक-स्यांती क सागै भगती अर सरदाऊँ परमेसर ताँई जीवन जी सकां।
स्यांती देबाळो परमेसर खुदई थानै सूल पबितर करै। थारी आत्मा, पिराण अर काया आपणा परबु ईसु मसी क ओज्यु आबा का दिन ताँई बेदाग रेह्वै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, जखी बाता सची, आदरमान करबाळी, धारमिक, पबितर, प्यारी, सदगुण, चोखी, बडाई जोगी ह बा बाताऊँ थे थारी बुदीनै भरल्यो।
परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनख थानै बुरा बतावीं हीं। इकै वावजुद बी बाकै मांयनै थारो बरताव अर चाल-चलन चोखो राखो। जिऊँ जखी चोखी बाता बे थारै म देखसी बा बेई बे न्यायहाळा दिन परमेसर की मेमा करसी।
म्हें राजी हां जद म्हें कमजोर अर थे ताकतबर हो। अर आ अरदास बी करां हां क, थे मजबूतऊँ बी मजबूत बणो।
क्युं क जखो खुदकी बडाई करै ह बा नइ पण जिकी परबु बडाई करै ह बा बडी बात ह।
क्युं क क्युंक मिनख मेरै बारां म बोलै ह क, “बिकी चिठ्या हिया प ठेस लगाबाळी अर दुख देबाळी ह। पण जद बो म्हारै सामै होवै जणा बो खाट काटेड़ोसो लागै अर बिकी बाता म बी दम कोनी होवै ह।”
क्युं क म्हें परबु की नजर्या मई नइ, पण मिनखा की नजर्या म बी ईमानदार रेह्बो चावां हां।
पण म्हें सगळी बाता म कळेस, दुख, मुसीबत भोगर थ्यावस क सागै परमेसर का दासा की जंय्यां होबा की कोसिस करता रेह्वां हां।
क्युं क इमै कोई सक कोनी क थारै मांयनै मतभेद कोनी, जिऊँ जखा मिनख खरा हीं बे सामै आ सकै।
मसी म सचा अर खरा अपिलेसनै मेरो नमस्कार। अरिस्तोबुलुस का परवारनै नमस्कार।
जणा क्युंना आपा सूल रेह्वां जंय्यां मिनख दिन का उजाळा म रेह्वै। खा पीर धुत्त रेह्बाळासा नइ, नइ कुकरम अर रांडबाज की जंय्यां, नइ लड़बाळा की जंय्यां अर नइ बळोकड़ा की जंय्यां।
कोईकी बुराई क बदलै बुराई मना करो। पण जखो सगळा की नजर्या म सई अर चोखो ह बोई करो।
म आ अरदास कोनी करूं क थे बानै इ धरतीऊँ उठाल्यो, पण म अरदास करूं हूँ थे बानै बुराईऊँ बचार राखो।
अर थे म्हानै बिचासबा मना द्यो पण बुराईऊँ बचाओ।
अर अठै ताँई बे परमेसरनै जाणबा को मोल कोनी जाण्या जणाई परमेसर बी बानै बाकी फालतु सोच प छोड दिओ, अर बे जखी नइ करनी चाए बे बाता करीं हीं।
अर म आस करूं हूँ, जद थे ढुंढस्यो जणा पास्यो क म्हें नाकाम कोनी होया।
क्युं क म्हें कदैई सचाई क खिलाप कोनी गया। पण जोक्यु बी कर्या बो सच ताँई कर्या।