इ ताँई चेता म आ अर आ सोच क तू कठैऊँ गिर्यो, तू तौबा कर अर पेल्या की जंय्यां काम कर, अर ज तू अंय्यां कोनी करसी जणा म तेरै कनै आर तेरा दिपदानानै बि झघाऊँ हटा देस्युँ।
अर इब म खुद जिंदो कोनी हूँ, पण मसी मेरै म जीवै ह। अर ज म काया म जिंदो हूँ तो बस बि बिस्वासऊँ जिंदो हूँ जखो परमेसर का बेटा प ह, जखो मेरूँ परेम कर्यो अर मेरै ताँई खुदनै दे दिओ।
थे मेर म बण्या रेह्ओ, जणा म बी थारै म बण्यो रेहस्युं। एक डाळी खुदऊँ कोनी फळ सकै, फळबा ताँई बिनै बोजा म लाग्यो रेह्णो पड़ै ह। अंय्यांई थे मेरै बिना कोनी फळ सको।
म बामै हूँ अर थे मेर म, जिऊँ बे पूरीतर्या एक होर आपणै म रळज्यावै। अर इ जगत का मिनख जाणै, क मनै भेजबाळा थे हो। थे बानै बी बंय्यांई परेम करो जंय्यां थे मेरूँ परेम करो हो।
के थे ओ कोनी जाणो क परमेसर का मिनख जगत का मिनखा को न्याय करसी? परमेसर का मिनख जद सगळा जगत का मिनखा को न्याय करसी जणा आ छोटी-छोटी बाता को सुळजेटो कोनी कर सको के?