5 अंय्यां का मिनख की बजेऊँ म गुमान कर सकूँ हूँ। पण खुदकी कमजोर्यानै छोडर कोईबी बात प खुद प गुमान कोनी करस्युं।
ज मनै गुमान करबोई ह जणा म मेरी कमजोरी पई करस्युं।
जणाई म थारै कनै डरपतो, धुजतो अर कमजोरी क सागै आयो,
अंय्यां इ ताँई होयो क्युं क यसाया परमेसर की खेबाळो जखो खयो हो बो पूरो होवै: बे आपणा रोगानै खुद प लेर अर आपणी बिमार्यानै सेण कर दूर कर दिनी।
जदकी गुमान करबा को कोई फाईदो कोनी बिकै बावजुद बी म गुमान करूं हूँ, इ ताँई म परबुऊँ मिलेड़ा दरसाव अर परकासन की चरचा करस्युं।