म बोळी ताजूबभरी बाता देखबा की बजेऊँ गुमान नइ करूं इ ताँई मेरी काया म रोग की एक दरदनाक पिड़ा दिनी गई ह, जखी सेतान का एक दुत की जंय्यां मनै मारबा को काम करै ह। पण आ मनै खुद प गुमान करबाऊँ बचावै ह।
म बठै कोनी जाबो चातो हो पण म बठै परमेसर की इंछ्या की बजेऊँ गयो। अर म बि चोखा समचार क बारां म चुपचाप बठै की बिस्वासी मंडळी का मुखियानै बतायो जखो म गैर-यहूदि मिनखानै सुणायो हो, क्युं क म अंय्यां कोनी चातो हो मेरी गेलड़ी मेनत बेकार चली जावै।
म बावळा की ढाळ बोल्यो, पण अंय्यां करबा ताँई थेई मनै उकसाया। जदकी म तो क्युंबी कोनी हूँ, पण थानै तो मेरी बडाई करबो चाए, क्युं क म थारा बा भेजेड़ा चेला मऊँ, एक बात म बी कम कोनी हूँ।