अर इ गुवाईनै गैर-यहूदि मिनखानै सुणाबा ताँई म एक सचा बिस्वास की सीख देबाळो अर ईसु को भेजेड़ो चेलो बणायो गयो हूँ। जिऊँ म बिस्वास का समचार अर सच को हेलो पाड़ सकूँ। म झूठो कोनी हूँ म सच बोलर्यो हूँ।
थे इ बातनै सूल जाणो हो क म्हें कदैई लालाचोपड़ी की बाता कोनी करी। अर नइ म्हें अंय्यां की कोई बाता बोली जिऊँ थारो धन लूटां , अर आ बाता को परमेसरई गुवा ह।
आ चिठी परमेसर की इंछ्याऊँ म, मसी ईसु को भेजेड़ो चेलो पोलुस अर आपणो बिस्वासी भाई तिमूतियूस परमेसर की कुरन्थी नगरी की बिस्वासी मंडळी का मिनखानै अर अखाया का सगळा परमेसर का मिनखानै मांडां हां।
अर जद अपुलोस अखाया परदेस जाबा की मन म करी जणा बठै का भाईड़ा बिकी मदद करी अर बिकै हात चेलानै एक कागद भेज्यो क बे बिकी आवभगत करै। अर बो बठै जार बा मिनखा की मदद करी जखा परमेसर की दयाऊँ बिस्वास म आया हा।
अर इब म खुद जिंदो कोनी हूँ, पण मसी मेरै म जीवै ह। अर ज म काया म जिंदो हूँ तो बस बि बिस्वासऊँ जिंदो हूँ जखो परमेसर का बेटा प ह, जखो मेरूँ परेम कर्यो अर मेरै ताँई खुदनै दे दिओ।