ज थारै म परमेसर को पबितर आत्मा बास करै ह जणा थे काया का सुभाव गेल कोनी जीओ पण पबितर आत्मा गेल जीओ हो। क्युं क जिमै मसी को पबितर आत्मा बास कोनी करै बो मसी को कोनी।
इकै पाछै धारमिक्ता की छाप क रूप म एक सेलाण की जंय्यां बो सुन्नत करवाई। ओ बिस्वास बो जद दरसायो हो जि टेम का बिकी सुन्नत कोनी होई ही। जणा बो बा सगळा को बाप ह जखा बिना सुन्नतहाळा हीं पण बिस्वास करीं हीं। जिऊँ गैर-यहूदि बी धरमी गिण्या जावै।