ज थारै म परमेसर को पबितर आत्मा बास करै ह जणा थे काया का सुभाव गेल कोनी जीओ पण पबितर आत्मा गेल जीओ हो। क्युं क जिमै मसी को पबितर आत्मा बास कोनी करै बो मसी को कोनी।
जंय्यां क थे जाणोई हो क परमेसर, कंय्यां पबितर आत्मा अर सक्तिऊँ ईसु नासरी को अभिसेक कर्यो। बो च्यारूमेर जार भलाई करतो अर सेतान का सतायड़ा सगळानै निरोगो करतो क्युं क परमेसर बिकै सागै हो।