“लोदिकीया की बिस्वासी मंडळी का मुखियानै मांड। अ बाता बिकै कानिऊँ ह जखो परमेसर का हरेक वादा की जामनी ह, जखो बिस्वास जोगो, सचो गुवा अर परमेसर की सगळी सरस्टि प राज करबाळो ह।
परमेसर का बचना को परचार को धंधो करबाळा बोळा हीं बे आपको फाईदो चावै ह। पण म्हें अंय्यां का कोनी हां, म्हानै परमेसर सचाई क सागै बोलबा ताँई ईसु मसी का दास क रूप म भेज्यो ह।
जणा ईसु जोरकी उवाज म मनदर म सीख देता टेम बोल्यो, “के थे सचमई जाणो हो क म कूण हूँ अर कठैको हूँ? म मेरी मरजीऊँ कोनी आयो, पण जखो मनै भेज्यो ह बो सचो ह, जिनै थे कोनी जाणो।