21 सगळी बातानै बिचासो अर जखी चोखी ह बानै पकड़्या रेह्ओ।
लाडलो, हरेक मिनख की बाता को बिस्वास मना करो जखो खेवै ह क, म, आत्माऊँ बोलुँ हूँ। पण सदाई बाकी आत्मानै परखो अर देखो क बामै परमेसर ह क कोनी। म थारूँ अंय्यां इ ताँई खेर्यो हूँ, क्युं क इ दुनिया म बोळा झूठा परमेसर की खेबाळा घुमर्या हीं।
दुनिया की बाता प मना चालो। पण लगातार परमेसरनै थारा मनानै पूरीतर्या बदलबा द्यो। क्युं क अंय्यां होबाऊँ थे परख'र जाणस्यो क परमेसर की काँई इंछ्या ह, काँई चोखो ह, काँई बिनै राजी करै अर काँई सिद ह।
परमेसरनै काँई चोखो लागै ह इकै बारां म खोज करो।
अठै का यहूदि थिसलूनिकी का यहूदि मिनखाऊँ चोखा हा अर बे पूरा मनऊँ बचननै अपणाया अर बे रोजकी बाकी बोलेड़ी बातानै सास्तर म टोता हा क बे बंय्यांई ह क कोनी।
“काँई सई ह अर काँई गळत ह इकै बारां म थे खुदई फेसलो क्युं कोनी करल्यो?
मेरा लाडला बिस्वास्यो, जखी बाता सची, आदरमान करबाळी, धारमिक, पबितर, प्यारी, सदगुण, चोखी, बडाई जोगी ह बा बाताऊँ थे थारी बुदीनै भरल्यो।
थारो परेम सचो होवै। बुराईऊँ बेर करो अर भलाई करता रेह्ओ।
इ ताँई, जि सीखनै थे सुण्या हा बानै याद करो अर तौबा करो अर बि सीख क गेल चालो। अर ज तू अंय्यां कोनी करसी जणा म चोर की जंय्यां चाणचुक तेरै कनै आज्यास्युं अर तनै बेरो कोनी पड़बा देस्युँ।
जखो बी हो आओ ल्यो आपा एकसा नियमनै मानर आगैऊँ-आगै बढता जावां जिनै इब ताँई मानर आया हां।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो, बिस्वास म मजबूत बण्या रेह्ओ अर जमाई संका मना करो। अर परबु का काम म खुदनै लगाया राखो। क्युं क थे जाणो हो क परबु ताँई करेड़ो काम बेकार कोनी जावै।
जिऊँ थे घणो चोखो काँई ह इनै टाळर, मसी क ओज्यु आबा का दिन म सगळा बुरा कामाऊँ अर कळंकऊँ पबितर होज्यास्यो।
जणा ईसु बाऊँ बोल्यो जखा बिपै बिस्वास कर्या हा, “ज थे मेरी सीख प चालो हो जणा सचमई थे मेरा चेला हो।
पण मेरी सीख जखी थारै कनै ह बिपै चालता रह्यो।’
अर आपा जखी आस मुंडाऊँ बोलर मान्या हां बिपै मजबूतीऊँ डट्या रेह्वां, क्युं क जखो आपणाऊँ बादो कर्यो ह बो बिस्वास जोगो ह।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो, बिस्वास म मजबूत रेह्ओ अर जखी सीख म्हें थानै बोलर नहिस चिठी म मांडर दिनी ह बापै चालता रेह्ओ।
अर चेलानै समजाता अर हिमत बंधाता हा क, “बिस्वास म बण्या रेह्ओ अर परमेसर का राज म बड़बा ताँई आपानै बोळा दुख भोगणा पड़सी।”
थे मेर म बण्या रेह्ओ, जणा म बी थारै म बण्यो रेहस्युं। एक डाळी खुदऊँ कोनी फळ सकै, फळबा ताँई बिनै बोजा म लाग्यो रेह्णो पड़ै ह। अंय्यांई थे मेरै बिना कोनी फळ सको।
म तावळोई आबाळो हूँ। इ ताँई जोक्यु बी तेरै कनै ह बिनै थाम्यो राख जिऊँ कोई तेरो अजर-अमर जीवन को मुकट कोनी खोस सकै।
म तेरा कामानै, तेरी मेनतनै अर तेरा थ्यावसनै जाणू हूँ। म ओबी जाणू हूँ क, तू बुरा मिनखानै बरदास कोनी करै अर तू बा मिनखानै जखा खुदनै भेजेड़ा चेला बोलै ह पण बे ह कोनी, तू बानै परख्यो अर बे झूठा निकळ्या।
धातु को काम करबाळो सिकन्दर मनै बोळो दिन घाल्यो ह। परबु बिकी करनी गेल बिनै फळ दे।
तू जाणै ह क, एसिया दिसावर का रेह्बाळा सगळा मेरूँ मुंडो फेर लिआ ह, जिमै फूगिलुस अर हरमुगनेस बी सामिल ह।
मिनख की खुदकी आत्मा क अलावा बिकै मन की बात कोई दुसरो जाण सकै ह के? बंय्यांई परमेसर की बातानै बिकी पबितर आत्मानै छोडर कोई कोनी जाण सकै।
बरनाबास बठै परमेसर की दयानै देखर राजी होयो। अर बानै उपदेस दिओ की तन मनऊँ बिस्वास जोगा अर परमेसर म बण्या रेह्ओ।
बामैऊँ क्युंक सीखाबाळा, मिनखा क घरा म जार खुदनै बस म नइ राखबाळी लूगायानै आपकै बस म करली हीं, जखी खुदका बुरा करमा म अर इंछ्या म फसेड़ी रेह्वै।
जणा जठै ताँई मोको मिलै, आपा सगळा क सागै भलाई करां, अर खास कर बिस्वासी भाईड़ा क सागै।
कोईबी बुराई क बदलै बुराई नइ करै, पण सगळा मिनखा को अर एक दुसरा को भलो करबा की कोसिस करता रेह्ओ।
सगळी बुराईऊँ बच्या रेह्ओ।