8 इ ताँई जखो मिनख इ सीखनै माड़ी जाणै, जणा बो कोई मिनखनै माड़ो कोनी जाणै पण पबितर आत्मा देबाळा परमेसरनै माड़ो जाणै ह।
अर जखोबी मिनख परमेसर का हुकमानै मानै ह, बिकै मांयनै परमेसर को बास रेह्वै ह अर बो मिनख परमेसर म बण्यो रेह्वै ह। अर पबितर आत्मा की बजेऊँई जखी आपानै दि गई, आ जाण ज्यावां हां क आपणै मांयनै परमेसर को बास ह।
ईसु आपका चेलाऊँ बोल्यो, “जखो थारी सुणै, बो मेरी बी सुणै। अर जखो थानै कोनी बद्दै, बो मनै बी कोनी बद्दै, अर जखो मनै कोनी बद्दै, बो मनै भेजबाळानै बी कोनी बद्दै।”
बे जखा मनै अर मेरा बचनानै कोनी मानी, बाको न्याय करबाळो एक ह, बोई बाको न्याय करसी। मेरा बोल जखा म बोल्यो हो, बेई बानै आखरी दिन दोसी बतासी!
क्युं क कोईबी भबिस्वाणी मिनखा की इंछ्याऊँ कदैई कोनी आई, पण भगत मिनख पबितर आत्माऊँ परमेसर कानिऊँ बोलता हा।
अंय्यांई बे मिनख हीं जखा थारी मंडळ्या म घुसगा हीं। बे बाकी जंय्यांई कुकरम कर आपकी कायानै सूगली करीं हीं, अर खेवीं हीं, “अंय्यां करबा ताँई परमेसर म्हानै दरसाव देर खयो ह।” अंय्यां कर बे आपणा परबु का अधिकारनै कोनी मानी अर ईस्बर नगरी दुता की बुराई करीं।
जदकी थे तो बिका बेटा हो, अर परमेसर आपका बेटा की पबितर आत्मानै जखी हे अब्बा, हे परम-पिता बोलर हेलो देवै ह, आपणा हिया म भेज्यो ह।
अर ज बा जंय्यां ह बंय्यांई रेह्वै जणा राजी रेह्सी। ओ मेरो बिचार ह अर म आ सोच्यो हूँ क मेरै मांयनै बी परमेसर की पबितर आत्मा को बास ह।
अर आ आस आपणो निरादर कोनी होबा दे, क्युं क पबितर आत्मा क जरिए जखी आपानै दि गई ह परमेसर को परेम आपणा हिया म उंदकायो गयो ह।
पण बानै ओबी बतायो गयो क, बे खुदकी नइ पण थारी सेवा ताँई अ बाता बोल्या हीं। बे थारै ताँई ईस्बर नगरीऊँ आईड़ी पबितर आत्मा की सक्तिऊँ चोखा समचार को हेलो पाड़्या। जदकी आ बातानै जाणबा ताँई ईस्बर नगरी दुत बी तरसीं हीं, पण इकै वावजुद बी अ बाता बस थारै ताँई परचार करी गई।
पण परमेसर पबितर आत्मा क जरिए बानै आपणा प परगट करी ह। क्युं क पबितर आत्मा सक्यु ढुंढले ह अठै ताँई क परमेसर की उंडी बातानै बी।
‘हसी करबाळो! अचरज कर मरज्यावो! क्युं क म आ दिना म अंय्यां को काम करबाळो हूँ, जिकै बारां म ज थानै कोई बतातो जणा बी थे बिपै जमाई बिस्वास कोनी करता।’”
बो आपकी छाप आपणा प लगाई ह, बो आपणा हिया म पबितर आत्मा दिनी ह। आ इ बात की जामनी ह क बो बे सगळा आसिरबाद आपानै देसी जानै देबा ताँई बो करार कर्यो ह।