17 जणा पाछै आपानै जखा जीवता अर बचेड़ा हां, बाकै सागै बादळा म परबुऊँ हवा म मिलबा ताँई उपर उठा लिओ जासी। अंय्यां आपा सगळा सदाई परबु क सागै रेहस्यां।
अर जद आखरी नरसिंगो फुक्यो ज्यासी जणा आँख मीचताई आपा बदल्या जास्यां। नरसिंगा की उवाज जद आपणा काना म पड़सी जणा सगळा मरेड़ा बिस्वासी ओज्यु नइ मरबा ताँई जीवाया जासी अर जखा जीवता बिस्वासी हीं बे कदैई नइ मरबा ताँई बदल्या जासी।
बे दोनू ईस्बर नगरीऊँ हेलो सुणसी, “उपर आज्याओ!” जणा बे दोनू आपका दुस्मना क देखता-देखता बादळा म ईस्बर नगरी म चल्या ज्यासी।
बठै थारै ताँई झघा बणाया पाछै म थानै लेबा आस्युं। बिकै पाछै आपा सागैई रेहस्यां।
परबु का सीखाया गेल म्हें थानै बतार्या हां क, बे जखा परबु का ओज्यु आबाळा दिन ताँई काया म जीवता रेह्सी बे बि दिन मर्या पाछै जी उठेड़ा मिनखाऊँ आगै कोनी होसी।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
आ खेर बो बाकै देखता-देखताई ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो अर एक बादळी बिनै ढक लिनी।
ओ परम-पिताजी, जखा मिनख थे मनै सूप्या हो म चाऊँ हूँ क बे बी बठै मेरै सागै होवीं जठै म हूँ, जिऊँ क बे बि मेमानै देख सकीं जखी थे मनै दिआ हो, क्युं क इ सरस्टिनै रचबाऊँ पेली थे मेरूँ परेम कर्यो।
जखो बी मेरी सेवा करबो चावै ह, बिनै मेरै गेल चालनो पड़सी जिऊँ क मेरा दास मेरै सागैई रेह्वै। जखो मेरी सेवा करसी, बानै मेरो परम-पिता मान देसी।
अर जंय्यांई बे पाणी क बारनै निकळ्याक परबु की पबितर आत्मा फलिपूसनै उठा लेगो अर बिकै पाछै बो हिंजड़ो बिनै कोनी देख्यो अर बो राजी-खुसी आपका गेलै चलेगो।
ईसु बोल्यो, “हाँ जंय्यां थे बोलो हो म बोई हूँ। अर थे मिनख का बेटानै सऊँ सक्तिसाली परमेसर क दाया हात बेठर राज करता देखस्यो। अर थे मनै ईस्बर नगरीऊँ बादळा मऊँ आतो बी देखस्यो।”
बा लूगाई एक छोरानै जलम दिनी बो लौ का राजदंड क सागै सगळा देसा का मिनखा प राज करबाळो हो। अर बि लूगाई का टाबरनै हात्युहात परमेसर अर बिका सिंघासन क सामै लेज्यायो गयो।
जणा आपानै हिमत राखबो चाए क्युं क खुदकी कायानै छोडर परबु क सागै बिका घर म रेह्बो चोखो ह।
ईसु बोल्यो, “हाँ म बोई हूँ अर थे मिनख का बेटानै सऊँ सक्तिसाली परमेसर क दाया हात बेठ्यो अर अकास म बादळा क सागै आतो देखस्यो।”
म आ दो मता म अळजर्यो हूँ। इ कायानै छोडर मसी क सागै रेह्बो तो म बोळो चाऊँ हूँ क्युं क ओ मेर ताँई घणोई चोखो ह;
पण आपा बिका करेड़ा करार गेल नया आसमान अर धरती क मिलबा की आस देखर्या हां, जठै धारमिक्ता बास करै ह।
बो थारा हियानै अंय्यां को पक्को करै क जद आपणो परबु ईसु सगळा पबितर दुता क सागै आसी जणा थे परम-पिता परमेसर क सामै पबितर अर निरदोस होवो।
इ ताँई थे एक दुसरानै आ बाताऊँ हिमत देता रेह्ओ।
ईसु मसी आपणै ताँई मर्यो। इ ताँई आपा सगळा बिकै सागै सदाई जिस्यां, चाए बिकै आबा की टेम आपा जीवता रेह्वां नहिस मरेड़ा होवां।