जणा म आसमान म एक बाजनै उडता देख्यो अर बो जोरकी उवाज म बोलर्यो हो, “इबी तो तीन ईस्बर नगरी दुता को तूताड़ी फूंकबो बाकी ह इ ताँई धरती प रेह्बाळा मिनखा प हाय! हाय! हाय!”
ईसु बोल्यो, “हाँ जंय्यां थे बोलो हो म बोई हूँ। अर थे मिनख का बेटानै सऊँ सक्तिसाली परमेसर क दाया हात बेठर राज करता देखस्यो। अर थे मनै ईस्बर नगरीऊँ बादळा मऊँ आतो बी देखस्यो।”