19 थेई बताओ, आपणा परबु ईसु क सामै बिका आबा की टेम म्हारै ताँई म्हारी आस, खुसी अर बडाई को मुकट कूण होसी? बे थेई कोनी होस्यो के?
मेरा लाडला बिस्वास्यो, अर मेरा काळज्या का टुकड़ो थारै ताँई म तरसू हूँ। थे मनै राजी करो हो अर मनै थार प गुमान ह। मेरा लाडलो, थारो जीवन परबु म अंय्यांई मजबूत बण्यो रेह्णो चाए।
बो थारा हियानै अंय्यां को पक्को करै क जद आपणो परबु ईसु सगळा पबितर दुता क सागै आसी जणा थे परम-पिता परमेसर क सामै पबितर अर निरदोस होवो।
अर बानै जीवन को चोखो समचार सुणाणो चाए जणा आ सगळी बाता ताँई मनै मसी क ओज्यु आबा का दिन म थार प फकर होसी क चोखा समचारनै फेलाबा ताँई मेरो काम अर भाग-दोड़ अळी कोनी गई।
स्यांती देबाळो परमेसर खुदई थानै सूल पबितर करै। थारी आत्मा, पिराण अर काया आपणा परबु ईसु मसी क ओज्यु आबा का दिन ताँई बेदाग रेह्वै।
जंय्यां क थे म्हानै हाल क्युंक हदताई समजो हो। पण जद परबु ईसु क ओज्यु आबा का दिन थे सगळा म्हारै प गुमान करस्यो जंय्यां म्हें थार प करां हां।
पण आपणा सगळा को बी सरो आसी। सऊँ पेली परमेसर मसीनै मरेड़ाऊँ जीवायो अर जद ईसु ओज्यु आसी जणा परमेसर बा सगळानै जीवासी जखा मसीऊँ जुड़ेड़ा हीं।
जद मिनख को बेटो ईस्बर नगरी दुता क सागै परम-पिता की मेमा म आसी जणा बो मिनखानै बाका कामा गेल फळ देसी।”
ओ टाबरो, इ ताँई थे ईसु मसी म बण्या रेह्ओ, जिऊँ बो परगट होसी जणा आपा बिस्वास म मजबूत रेह्वां अर जद बो ओज्यु आसी बि टेम का आपानै बिकै सामै सरमिंदा नइ होणो पड़ै।
ईसु सगळा मिनखाऊँ बोलै ह, “सुणो, म तावळोई आऊँ हूँ। अर सागै थारा करमा गेल थारै ताँई फळ ल्याऊँ हूँ।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
अर आपा जखी भागहाळी आस राखां हां बिकै पूरो होबानै उडिकां हां, जद आपणो म्हान परमेसर अर छुटकारो देबाळो ईसु मसी मेमा म परगट होसी।
परबु का सीखाया गेल म्हें थानै बतार्या हां क, बे जखा परबु का ओज्यु आबाळा दिन ताँई काया म जीवता रेह्सी बे बि दिन मर्या पाछै जी उठेड़ा मिनखाऊँ आगै कोनी होसी।
परबु ईसु मसी की बजेऊँ आपानै बचाबाळा परमेसर की जे-जैकार हो। परमेसरई थानै बचा सकै ह, अर पापऊँ धो सकै ह। अर बोई ह जखो थानै आपकी मेमाभरी मोजूदगीऊँ राजी कर सकै ह अर खुद क सामै निरदोस खड़्यो कर सकै ह। जुगादऊँ इब ताँई अर आबाळा जुग-जुग ताँई मेमा, मान, ताकत अर अधिकार परमेसर कोई ह। अंय्यांई होवै।
क्युं क जद बो रूखाळो मसी जखो सकै उपर परधान ह परगट होसी, जणा थानै मेमा को मुकट मिलसी अर इ मुकट की रंगत कदैई कोनी जावै।
अर थे जखा कळेस भोगो हो थानै बो म्हारै सागै सुक-स्यांती देसी। आ बात बि दिन होसी जद परबु ईसु मसी आपका ईस्बर नगरी दुता क सागै भबकती आग म ईस्बर नगरीऊँ आसी,
जणा सई टेम आबाऊँ पेली कोईबी बात को न्याय मना करो। परबु क आबा का टेमऊँ पेली आखरी न्याय कोनी होवै। बो अँधेरा म लुखेड़ी बातानै च्यानणा म ल्यासी अर चित का बिचारानै परगट करसी बी टेमई हरेक की बडाई परमेसर कानिऊँ होसी।
सच म म्हारी बडाई अर खुसी थेई हो।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “जखो बी इ कुकरमी अर सचा परमेसरनै कोनी ध्यार बाळी पिडी मऊँ, मेरूँ अर मेरा बचनाऊँ मुंडो फेरसी जणा मिनख को बेटो बी जद बो पबितर ईस्बर नगरी दुता क सागै अर आपका परम-पिता की मेमा म आसी बो बी बा मिनखाऊँ मुंडो फेर लेसी।”
ईसु बिऊँ बोल्यो, “ज म आ चाऊँ क मेरै पाछै आबा ताँई, ओ अठैई रेह्वै जणा तनै इऊँ काँई? तू तो मेरै गेल आ।”
इ ताँई जद कदै म्हें परमेसर की दुसरी बिस्वासी मंडळ्या म जावां हां जणा बाकै सामै थारै बई गुमान करबो कोनी भूलां। क्युं क थे जत्ता बी दुख अर सताव भोगो हो बा सगळा म बानै थारी सेह्बा की सक्ति अर बिस्वास क बारां म बेरो चालै ह।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, आपणा परबु ईसु मसी क आबा अर बिकन भेळा होबा क बारां म, म्हें थारूँ बिणती करां हां क,
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, परबु क ओज्यु आबा की घड़ीनै थ्यावसऊँ उडिको जंय्यां एक किसान जमीन की फसलनै जखी बि ताँई बोळो माईनो राखै ह, जोपबाळा दिनऊँ लेर जद ताँई बा पकर त्यार नइ होज्यावै बि दिन ताँई सरू का अर आखीर का मीनै थ्यावसऊँ लगातार उडिकतो रेह्वै।
बंय्यांई थे बी थ्यावस राखो अर मजबूत होज्याओ क्युं क परबु को आबो सांकड़ै ह।
म्हें थानै आपणा परबु ईसु मसी की सक्ति क बारां म अर बिकै ओज्यु आबा क बारां म जखो समचार सुणाया हां, बा कोई मन घड़त क्हाणी कोनी ही, पण म्हें खुद बिकी मेमानै म्हारी आँख्याऊँ देख्या हां।
बे बोलसी, “मसी क आबा का करेड़ा करार को काँई होयो? क्युं क आपणा बडका तो मरग्या। अर इब ताँई सक्यु अंय्यांई ह जंय्यांकी इ सरस्टि की सरूआत म हो।”