ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, ज म सुन्नत को परचार करतो जणा म क्यु सतायो जातो? ज म सुन्नत करबा की खेतो जणा मसी क सुळी क बारां म जखो समचार म सुणायो हो बि ताँई मनै कोई परेसानी नइ होणी चाए ही।
अर बानै तेरा बारां म आ पटी पढाई गई ह की तू गैर-यहूदि मिनखा म रेह्बाळा यहूदि मिनखानै आ सीखावै ह की थानै नइ तो नेम-कायदानै मानबा की जुर्त ह अर नइ थानै थारा टाबरा की सुन्नत कराबा की अर नइ पेलड़ा रिती-रिवाजा की लिकटी पिटबा की जुर्त ह।