13 अर थारी जंय्यां टाळेड़ा बेबिलोन का मिनखा को थानै नमस्कार। बे परमेसर का टाळेड़ा मिनख हीं। मरकुस जखो मेरा छोरा की जंय्यां ह बो बी थानै नमस्कार खेवै ह।
आ जा'णर बो यहून्ना जिनै मरकुस बोलै ह बिकी माँ मरीयम क घरा आयो, बठै पेल्याऊँई बोळासारा मिनख भेळा होर अरदास करबा लागर्या हा।
बरनाबास अर साऊल यरूसलेम म आपको काम खतम कर यहून्नानै जिनै मरकुस खेता हा आपकै सागै अंताकीया लेर आया।
बो जोरको हेलो देर बोल्यो, “ ‘नास हो नास हो! बाबुल नगरी को नास हो!’ आ नगरी सगळी ओपरी बलाया को, सूगला पंछ्या अर सूगला जानबरा को अडो बणगी ह।
बिकै माथा प नाम मंडर्यो हो जखो एक भेद हो , सऊँ बडी नगरी बाबुल बेस्या अर सूगली चिजा की माँ
तेरी बिस्वासी भाण का टाबर-टिकर, थानै राजी-खुसी का समचार बोल्या हीं जानै परमेसर टाळ्यो।
जणा बरनाबास यहून्नानै जिनै मरकुस बोलीं हीं आपकै सागै लेबा की सोची।
बि बातऊँ बाकै बिच अंय्यां की खिचा-ताणी होई क बे एक दुसराऊँ नाकै-नाकै होगा अर बरनाबास मरकुसनै लेर साईपरस चलेगो।
मेरै सागै केद खाना म बंद अरिस्तखुस कानिऊँ थानै “जे मसी की” पुगै अर बरनाबास को भाई मरकुस बी थानै “जे मसी की बोल्यो ह” (मरकुस क बारां म थानै पेल्याऊँई आदेस मिलगो हो क जद मरकुस थारै कनै आवै जणा बिकी चोखी आवभगत करज्यो)
म बिस्वासी मंडळी को मुखियो, आ चिठी बि लूगाईनै अर बिका टाबरानै मांडू हूँ। जिनै परमेसर टाळ्यो हो, अर बिका टाबराऊँ, म बाकै सचाई प चालबा की बजेऊँ परेम करूं हूँ। अर मई थारूँ परेम कोनी करूं पण बे सगळा जखा सचाईनै जाणगा हीं बे बी बाऊँ परेम करीं हीं।