मसी मरेड़ा मऊँ ओज्यु जीवायो गयो इ बजेऊँ थे आत्मा म जीवाया गया हो। इ ताँई थे ईस्बर नगरी हाळी चिजानै टोल्यो। जठै मसी परमेसर का दायणै हात कानि बिका सिंघासन प बिराजर्यो ह।
क्युं क म पक्काई जाणू हूँ क नइ तो मोत अर नइ जीवन, नइ ईस्बर नगरी दुत अर नइ उपरी सक्तिया प राज करबाळा, नइ इ टेम की कोई चिज अर नइ आबाळा टेम की कोई चिज, नइ कोई सक्तिया
इकै पाछै इ दुनिया को अंत आसी, मसी राज करबाळा, उपरी सक्तिया प राज करबाळा अर सक्तियानै नास करसी। जणा पाछै मसी आपको राज परम-पिता परमेसर क हाता म सूप देसी।