21 मेरा भाईड़ो, थे खुदनै मूरती धोकबाऊँ बचार राखज्यो।
ओ लाडलो मूरती पूजा मना करज्यो।
अर नइ मूरती धोकबाळा बणो जंय्यांकी बामैऊँ बण्गा हा, अर जंय्यां पबितर सास्तर म मांडेड़ो ह क, “बे मिनख खाबा-पीबा अर मूरती क सामै नाचा-कूदि अर एक दुसरा क सागै मोज-मस्ति करबा लाग्या।”
क्युं क बठै का मिनख खुदई बतावै ह क कंय्यां म्हें थारै कनै आया अर कंय्यां थे मूरत्यानै छोडर जीवता अर सचा परमेसर की सेवा करबा ताँई मुड़्या।
अर थे म्हानै बिचासबा मना द्यो पण बुराईऊँ बचाओ।
जखा मिनख आग, धुँआ अर तिजाब हाळी म्हामारीऊँ बचगा हा बे तौबा कोनी कर्या हा, बे ओपरी बलायानै सोना, चाँदी, पितळ, भाठा अर काठ की मूरत्या क जखी नइ तो बोल सकै ह नइ देख सकै ह, नइ चाल सकै अर नइ सुण सकै बानै धोकबो कोनी छोड्या।
ओ मेरा टाबरो, म थानै अ बाता इ ताँई मांडूँ हूँ क, थे पाप नइ करो। पण ज कोई मिनख पाप करै ह बिका पाप धोबा ताँई धरमी ईसु मसी आपणै अर परम-पिता क बिचमै बकिल ह जखो आपणानै परमेसर क सामै सई बणावै ह।
बे जुग-जुग ताँई बिमै पिड़ा भोगसी। अर जखाबी मिनख बि जानबर अर बिकी मूरतीनै धोकसी अर बिका नाम की छाप लेसी बानै रात-दिन चेन कोनी मिलसी।”