19 आपा आबी जाणा हां क, सगळा जगत का मिनख सेतान क बस म ह, पण आपा परमेसर का हां।
अर इ दुनिया को ईस्बर जखो सेतान ह बो बा मिनखा की मत मार राखी ह जखा बिस्वास कोनी करीं। जिऊँ बे चोखा समचार का मेमाभर्या उजाळानै कोनी देख सकीं अर मसी जखो परमेसर को रूप ह बिकी मेमा का समचारनै कोनी समजीं।
अर गेलड़ा दिना म थे इ जगत का कूगेला प चालता हा, अर सगळी सूगली ओपरी बलाया का राजा को कह्यो कर्या करता हा, आ आत्मा बा मिनखा प हक जमावै ह जखा परमेसर का हुकमानै कोनी मानै।
परम-पिता परमेसर की इंछ्यानै पूरी करबा ताँई मसी आपणा पाप ताँई खुदनै मरबा ताँई दे दिओ जिऊँ आपा बुरी दुनियाऊँ छुटाया जावां।
ओ जगत का मिनखा ताँई न्याय को टेम ह, अर इब जगत का राजा सेतान को तक्तो पलट्यो जासी।
अर बि बडासारा अजगरनै धरती प फेक दिओ गयो, ओ बोई पुराणो बडो नाग ह जिनै दानव, सेतान बोल्यो गयो ह। ओ सगळा जगत का मिनखानै भंगरावै ह। बो आपका दुता क सागै धरती प फेक दिओ गयो।
अर बो न्याय क बारां म बतासी क परमेसर इ दुनिया का राजा सेतान को न्याय पेलाऊँ कर दिओ ह।
इ बातनै बी आपा जाणा हां क परमेसर को बेटो ईसु मसी आयो अर आपानै समज दिओ जिऊँ आपा सचा परमेसरनै जाण सकां, अर आपा बिकै सागै रेह्वां जखो सचो ह, मतबल ईसु मसी क सागै। ओई सचो परमेसर अर अजर-अमर जीवन देबाळो ह।
परमेसर का बेटा प बिस्वास करबाळो, म, अ बाता थानै इ ताँई मांडूँ हूँ, जिऊँ थे ओ जाणल्यो क अजर-अमर जीवन थानै मिल्यो ह।
ओ कुकरमी मिनखो, के थे ओ कोनी जाणो क, इ दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करबो परमेसरऊँ बेर राखबो ह ? इ ताँई जखो बी दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करै ह बो खुदनै परमेसर को बेरी बणावै ह।
इब ओर बेत्ती म थारूँ बात कोनी कर सकूँ क्युं क इ दुनिया को राजा सेतान आर्यो ह, पण मेर प बिको बस कोनी चालै।
अर जखो बी मिनख परमेसर का बेटा प बिस्वास करै ह, बो परमेसर की गुवाईनै मानै ह। अर ज कोई परमेसर की खेईड़ी बाता प बिस्वास कोनी करै, बो परमेसरनै झूठो बोलै ह। क्युं क परमेसर आपका बेटा ताँई गुवाई दिनी ह।
अर जखोबी मिनख परमेसर का हुकमानै मानै ह, बिकै मांयनै परमेसर को बास रेह्वै ह अर बो मिनख परमेसर म बण्यो रेह्वै ह। अर पबितर आत्मा की बजेऊँई जखी आपानै दि गई, आ जाण ज्यावां हां क आपणै मांयनै परमेसर को बास ह।
बो बिनै पताळ म गेर'र बिकै ताळो लगा दिओ। अर बिकै उपर म्होर लगादि जिऊँ बो एक हझार बरसा ताँई मिनखानै कोनी भंगरा सकै। पण एक हझार बरसा क पाछै बिनै क्युंक टेम ताँई छोड्यो ज्यासी।
आपा जाणा हां क, जखोबी मिनख परमेसर को ह बो पाप कोनी करतो रेह्वै क्युं क परमेसर बिनै बचावै ह अर बिकै सेतान हात कोनी अड़ा सकै।
क्युं क आपा जाणा हां आपणी काया जखी धरती का टापरा की जंय्यां ह जखी माटी होज्यासी। पण आपणा ताँई परमेसर जुग-जुग ताँई रेह्बाळो टापरो बणा राख्यो ह जखो ईस्बर नगरी म ह।
पबितर आत्मा खुद आपणी आत्मा क सागै मिलर गुवाई देवै ह क आपा परमेसर की ओलाद हां।
क्युं क आपा मोतऊँ बचर जीवन पाबा ताँई आग्या हां अर इकी बजे आ ह क आपा भाईड़ाऊँ प्यार-परेम करां हां। अर जखो बी मिनख परेम कोनी करै बो इब बी मोत को गुलाम ह।
क्युं क मसीनै मानबाऊँ पेली आपा बी बेबुदी का, खयो नइ मानबाळा, भटकेड़ा अर हरतर्या की मो-माया का गुलाम हा। आपणो जीवन बुराई अर बळोकड़ा पुणाऊँ भरेड़ो हो। अर आपा एक दुसराऊँ नफरत करता हा।
अर इ बजेऊँई म अ सगळा दुख उठाऊँ हूँ। पण म इ ताँई सरमिंदा कोनी, क्युं क म जाणू हूँ क, मेरो बिस्वास किमै ह, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, जोक्यु बो मनै सूप्यो ह बिनै मसी क ओज्यु आबाळा दिन ताँई बचाबा को बळबूतो राखै ह।
म्हानै गुमान ह क म्हें साप अन्तर-आत्माऊँ आ खे सकां हां, क म्हें इ दुनिया का मिनखा क सागै अर खासकर थारै सागै परमेसर की खराई अर ईमानदारीऊँ रिह्या हां। अंय्यां म्हें परमेसरऊँ मिलबाळी दयाऊँ कर्या हां, दुनियादारीऊँ मिलबाळी बुदीऊँ नइ।
अर बिऊँ बोल्यो, “इकै उपर को सगळो अधिकार अर ठाट-बाट तनै दे देस्युँ क्युं क ओ मनै दियड़ो ह अर म जिनै चाऊँ बिनै दे सकूँ हूँ
म आ अरदास कोनी करूं क थे बानै इ धरतीऊँ उठाल्यो, पण म अरदास करूं हूँ थे बानै बुराईऊँ बचार राखो।
अर आपा आबी जणा हां क, जदकी बो आपणी सुणै ह अर जद आपा बिऊँ माँगा हां जणा आपा जाणा हां क, जोक्यु आपा माँग्या हां बो आपानै मिलगो ह।