भाईचारा अर प्यार-परेम क बारां म म्हानै मांडबा की कोई जुर्तई कोनी, क्युं क इकै बारां म थे खुदई परमेसरऊँ सीख लिआ हो क कंय्यां आपसरी म प्यार-परेम राखबो चाए।
अर परमेसर का हुकमानै नइ मानबा की बजेऊँ आपा तो आत्मा म मरेड़ा हा। पण मसी क जीबा की बजेऊँ बो आपानै पाप भर्या जीवनऊँ बचार आत्मा म जीवायो। आ परमेसर की दयाई ह जिकी बजेऊँ आपा बचगा।