28 ओ टाबरो, इ ताँई थे ईसु मसी म बण्या रेह्ओ, जिऊँ बो परगट होसी जणा आपा बिस्वास म मजबूत रेह्वां अर जद बो ओज्यु आसी बि टेम का आपानै बिकै सामै सरमिंदा नइ होणो पड़ै।
इऊँ आपणा म परेम साबित होयो ह क, जद न्याय होसी जणा बिस्वास म बण्या रेह्वां, क्युं क आपा बंय्यांई इ दुनिया म जीवन जीवां हां जंय्यांकी मसी जीवन जियो हो।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “जखो बी इ कुकरमी अर सचा परमेसरनै कोनी ध्यार बाळी पिडी मऊँ, मेरूँ अर मेरा बचनाऊँ मुंडो फेरसी जणा मिनख को बेटो बी जद बो पबितर ईस्बर नगरी दुता क सागै अर आपका परम-पिता की मेमा म आसी बो बी बा मिनखाऊँ मुंडो फेर लेसी।”
ओ लाडलो, इब आपा परमेसर का टाबर हां, पण आबाळा टेम म आपा काँई होस्यां इकै बारां म आपानै ज्ञान कोनी करायो गयो ह। पण चाए जखोबी हो आपा आ जाणा हां क जद मसी ओज्यु परगट होसी जणा आपा बिकै जंय्यां का होज्यास्यां, क्युं क जंय्यां बो ह बंय्यांई बिनै आपा देखस्यां।
ओ लाडला भाई-भाणो, ज आपणो हियो आपानै मूरती पूजा नइ करबा बेई दोसी कोनी मानै जणा आपानै परमेसर क सामै सरमिन्दो कोनी होणो पड़ै।
ओ मेरा टाबरो, म थानै अ बाता इ ताँई मांडूँ हूँ क, थे पाप नइ करो। पण ज कोई मिनख पाप करै ह बिका पाप धोबा ताँई धरमी ईसु मसी आपणै अर परम-पिता क बिचमै बकिल ह जखो आपणानै परमेसर क सामै सई बणावै ह।
बो थारा हियानै अंय्यां को पक्को करै क जद आपणो परबु ईसु सगळा पबितर दुता क सागै आसी जणा थे परम-पिता परमेसर क सामै पबितर अर निरदोस होवो।
आपा परमेसर प अंय्यां को बिस्वास करां हां क, जद बिऊँ बिकी इंछ्या गेल अरदास करां हां जणा बो आपणी सुणै ह।
क्युं क जद बो रूखाळो मसी जखो सकै उपर परधान ह परगट होसी, जणा थानै मेमा को मुकट मिलसी अर इ मुकट की रंगत कदैई कोनी जावै।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
बंय्यांई मसी बी बोळा मिनखा का पापनै धोबा ताँई एकर बलिदान होयो; अर मसी बा मिनखा ताँई जखा बिनै उडिकै ह बाका पाप धोबा ताँई नइ पण बाका छुटकारा ताँई दुसरकै परगट होसी।
थेई बताओ, आपणा परबु ईसु क सामै बिका आबा की टेम म्हारै ताँई म्हारी आस, खुसी अर बडाई को मुकट कूण होसी? बे थेई कोनी होस्यो के?
जणाई थे आपणा परबु ईसु मसी क परगट होबानै उडिकर्या हो अर इ ताँई थानै ख्याई आत्मिक बाता की कमी कोनी।
जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “सुणो, म सिओन म एक भाठो धर राख्यो हूँ, जखो ठोकर खुवावै ह अर एक ढाड जखी पाप करवावै ह। पण जखो बिपै बिस्वास करै ह, बो कदैई सरमिंदा कोनी होसी।”
अर आपा जखी भागहाळी आस राखां हां बिकै पूरो होबानै उडिकां हां, जद आपणो म्हान परमेसर अर छुटकारो देबाळो ईसु मसी मेमा म परगट होसी।
अर इब ईस्बर नगरी म जीत को इनाम मनै उडिकर्यो ह, जिनै धरमी न्यायी परबु आखरी दिन मनै देसी। मनै एकलानैई नइ पण बा सगळानै बी जखा परेम क सागै बिकै परगट होबानै उडिकीं हीं।
आपणा परबु ईसु मसी क परगट होबाळा दिन ताँई अ आदेस मानबा म बेदाग रेह।
स्यांती देबाळो परमेसर खुदई थानै सूल पबितर करै। थारी आत्मा, पिराण अर काया आपणा परबु ईसु मसी क ओज्यु आबा का दिन ताँई बेदाग रेह्वै।
पण आपणा सगळा को बी सरो आसी। सऊँ पेली परमेसर मसीनै मरेड़ाऊँ जीवायो अर जद ईसु ओज्यु आसी जणा परमेसर बा सगळानै जीवासी जखा मसीऊँ जुड़ेड़ा हीं।
ओ इ ताँई होयो जिऊँ थारो बो बिस्वास जखो आग म ताईड़ा नास होबाळा सोनाऊँ बी मेंगो ह। जखो ईसु मसी क परगट होबाळा दिन थारै ताँई बडाई, मेमा अर ईज्जत को कारण होसी।
जद मिनख को बेटो ईस्बर नगरी दुता क सागै परम-पिता की मेमा म आसी जणा बो मिनखानै बाका कामा गेल फळ देसी।”
ईसु बाऊँ बोल्यो, “म थानै सची खेऊँ हूँ अठै खड़्या मिनखा मऊँ कई तो अंय्यां का हीं क बे जद ताँई मिनख का बेटानै बिका राज म आतो नइ देखलीं जद ताँई बे कोनी मरै।”
बि दिन बी अंय्यां होसी जि दिन मिनख को बेटो परगट होसी।
ईसु मसी क सागै संगत अर बिपै आपणा बिस्वास की बजेऊँई आपा बेधड़क अर सगळा भरोसा क सागै परमेसर क सामै जा सकां हां।