म्हारा काना म आ बात आई ह क म्हारै मऊँ क्युंक मिनख बठै थारै कनै आर थानै आपकी बाताऊँ घबरा दिआ अर भंगरा दिन्या। पण अंय्यां करबा ताँई म्हें तो बानै ओडायो कोनी जणाई तो
पण ज मेरा दियड़ा पाणी मऊँ कोई पिसी जणा बो ओज्यु कदैई कोनी तिसायो होसी। बि पाणीऊँ जखो म बानै देस्युँ, बिऊँ बे अजर-अमर जीवन ताँई जीवन देबाळा पाणी को झरनो बणज्यासी।”