9 पण ज आपा परमेसर क सामै खुदका पापनै मानल्या जणा बो आपणा सगळा पाप माफ कर देसी अर सगळी बुरायाऊँ आपानै सुद कर देसी। क्युं क बो बिस्वास जोगो अर न्याय करबाळो ह।
पण ज आपा च्यानणा म चालां जंय्यांकी बो च्यानणा म चालै ह, जणा आपा बिस्वासी होबा क नातै एक दुसराको सागो देस्यां, अर परमेसर का बेटा ईसु को लोय आपानै आपणा सगळा पापऊँ सुद कर देसी।
अर आपा जखी आस मुंडाऊँ बोलर मान्या हां बिपै मजबूतीऊँ डट्या रेह्वां, क्युं क जखो आपणाऊँ बादो कर्यो ह बो बिस्वास जोगो ह।
आ बात बिस्वास जोगी अर मानबाळी ह क, मसी ईसु इ दुनिया म पाप्यानै बचाबा ताँई आयो हो। जामै सऊँ बडो पापी म हूँ।
परमेसर बिस्वास जोगो ह। बो थानै आपका बेटा ईसु मसी क सागै संगती करबानै टाळ्यो ह जखो आपणो परबु ह।
जत्ता ईसु का नाम को बिस्वास कर्या बामैऊँ घणकराक सगळा क सामै आप-आपका बुरा कामानै मान्या।
यहूदिआ दिसावर अर यरूसलेम नगरी का घणकराक मिनख बिकी सुणबा बिकन गया। अर बे बठै जार आपका पापनै मान्या जिऊँ बो बानै यरदन नदि म पाणी को बतिस्मो दिओ।
बो आपणा ताँई खुदकी ज्यान दे दिनी। जिऊँ बो आपानै सगळा पापऊँ बचावै अर आपानै सुद कर खुद ताँई अंय्यां का मिनख बणावै जखा भला काम करबा ताँई उतावळा रेह्वै।
अर थारै म बी पेल्या क्युंक मिनख अंय्यां का हा, पण इब थानै परबु ईसु मसी अर परमेसर की पबितर आत्मा क जरिए पापऊँ धोर पबितर कर परमेसर क सागै सई होबा ताँई परमेसरनै सूप दिओ गयो ह।
परमेसर अन्याय करबाळो कोनी। क्युं क थारा कामानै अर परमेसर का मिनखा की मदद कर जखो परेम थे बिका नामऊँ दिखाया अर दिखार्या हो बिनै परमेसर कदैई कोनी भूलै।
बे मिनख परमेसर का दास मूसा अर उन्या का गीत गावा हा, “परबु परमेसर थे सऊँ सक्तिसाली हो। थारा काम बडा अर ताजूबभर्या हीं। ओ जुग-जुग का राजा। थारो गेलो सचो अर धारमिक ह।
बिस्वास करबा की बजेऊँई टाबर पैदा करबा की उमर बित्या पाछै बी सारा माँ बणी। क्युं क बिऊँ करार करबाळा परमेसरनै बा बिस्वास जोगो मानी।
बे आपका पापनै मानर यरदन नदि म यहून्नाऊँ पाणी को बतिस्मो लिओ।
जिऊँ बिस्वासी मंडळीनै मसी परमेसर का बचना अर पाणी का बतिस्माऊँ धोर पबितर अर उजळी बणावै,
बो अंय्यां इ टेम म आपका न्यायनै परगट करबा ताँई कर्यो, जिऊँ बो खुद धरमी अर ईसु म बिस्वास करबाळानै बी धरमी बताबाळो होवै।
“ओ परम-पिताजी, थे जखा धरमी हो, ओ जगत थानै कोनी जाणै पण म थानै जाणू हूँ, अर मेरा मिनख जाणी हीं क मनै भेजबाळा थे हो।
पण पतरस नटतो नटतो बोल्यो, “ए स्याणी म बिनै कोनी जाणू।”