इ ताँई थे थारै मांयनैऊँ पुराणा खमिरनै जखी बुरी बाता हीं बारनै बगाद्यो अर खुदनै पबितर करो जिऊँ थे चोखो ताजा गुंदेड़ो आटो बण सको। पण थे तो बिना खमिर हाळी फसै की रोटी की जंय्यां हो। अर आपानै पबितर करबा ताँई ईसु मसीनै फसै की जंय्यां बलि कर चढायो गयो हो।
अर मेरो खेबा को ओ मतबल बि कोनी हो क थे इ दुनिया का कुकरम करबाळाऊँ, लालच्याऊँ, ठगाऊँ, मूरतीपुजबाळाऊँ कोई नातो मना राखज्यो। ज थे अंय्यां करस्योक जणा तो थानै इ जगत का मिनखाऊँ न्यारो रेह्णो पड़सी।