3 म कायाऊँ तो थारै कनै कोनी पण आत्माऊँ तो थारै कनैई रेह्ऊँ हूँ। अर इ बजेऊँ म अठैऊँई मेरो फेसलो बुरा मिनखा ताँई सुणा दिओ।
बंय्यां तो म कायाऊँ थारूँ दूर हूँ पण आत्माऊँ थारै कनै हूँ, म राजी हूँ अर सुणर्यो हूँ क थे सई ढंगऊँ हो अर मसी म थारो बिस्वास मजबूत ह।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, जद म्हें क्युंक दिना ताँई थारूँ कायाऊँ दूर हा पण हियाऊँ तो थारै कनैई हा, जणाबी म्हानै थारी बोळी उसेर आई अर थारूँ ओज्यु मिलबा की म्हें बोळी कोसिस करी।
जद म दुसरकै थारै सागै हो, जणाबी अर इब जदकी म थारूँ दूर हूँ, बा मिनखानै जखा पाप कर्या ह बानै, अर सगळा मिनखानै ओज्यु खेऊँ हूँ, ज मेरो ओज्यु आबो होसी, जणा म बानै कोनी बकसूँ।
जखा अंय्यां खेवै ह बानै ओ बी जाण लेबो चाए क जंय्यां म्हें चिठी म मांडां हां बंय्यां का म्हारा काम बी हीं।
मसी की दिनता अर नरमाई क सागै म पोलुस निजी तोरऊँ बोलुँ हूँ। थारै मऊँ क्युं क जणा मेरै बारां म बोलीं हीं क जद म थारै आमै-सामै होऊँ बि टेम थारै सागै नरमाईऊँ रेह्ऊँ हूँ अर जद म थारूँ दूर रेह्ऊँ बि टेम सकताई बरतुँ हूँ।
अर जखा अबिस्वासी हीं बा मिनखा को न्याय म क्युं करूं? बिस्वासी मंडळी का को न्याय थानैई करबो चाए।