ज थारै म परमेसर को पबितर आत्मा बास करै ह जणा थे काया का सुभाव गेल कोनी जीओ पण पबितर आत्मा गेल जीओ हो। क्युं क जिमै मसी को पबितर आत्मा बास कोनी करै बो मसी को कोनी।
जणा इब थे बी जीवता भाठा की जंय्यां हो, जाऊँ परमेसर आपको आत्मिक घर बणार्यो ह। थे पबितर याजक बी हो, जखा आपका आत्मिक चढावानै ईसु मसी क जरिए परमेसरनै राजी करबा ताँई चढाओ हो।
के थे पक्काई कोनी जाणो क बुराई करबाळा मिनख परमेसर का राज का वारिस कोनी होसी? बावळा मना बणो! गंदा काम करबाळा, मूरतीपुजा करबाळा, कुकरमी, लुच्चा काम करबाळा अर लुच्चा-लफंगा,
के थे ओ कोनी जाणो क, थे कोई क हाता म खुदनै दास की जंय्यां सूपो हो जणा थे बिको कह्यो मानबा ताँई बिका गुलाम हो। जणा पाछै चाए थे मरबा ताँई पाप का दास बणो नहिस कह्यो करबाळा बणो जखो थानै धारमिक्ता कानि लेज्यासी।
पण ज मेरै आबा म मोड़ो होवै जणा इ चिठीऊँ जाण ज्याए क, आपणा परमेसर को कूणबो जखो जीवता परमेसर की बिस्वासी मंडळी आ सचाई की निम अर खम्बो ह, बिकै सागै आपानै कंय्यां को बरताव करबो चाए।