रोमी 12:7 - देउखरिया थारु7 यदि जिहिहे दोसुर जहनके सेवा करना वरदान मिलल बा कलेसे ऊ सेवक काम करे। और यदि किहुहे सिखैना वरदान मिलल बा कलेसे ऊ दोसुर जहनहे सिखैती रहे। Gade chapit laदङ्गौरा थारू7 सेवा कर्ना मनै मजासे सेवा करहीँ, परमेश्वरक शिक्षा देना वरदान पाइल मनै शिक्षा देना काम करहीँ। Gade chapit la |
तबेकमारे, यी बात खास बा कि मण्डलीक अगुवनकेमे यी गुण हुई परना जरुरी बा: ओइन्केमे कौनो दोष ना होए। ओइन्के एक्केथो किल जन्नी रहिन्। ओइने एकथो शान्त तरिकासे व्यवहार करुइया हुई परत। ओइन्के विवेक शुद्ध हुई परत। और ओइने मनैनसे आदर भेटाई सेक्ना हुई परत। ओइने अपन घरेम आइल पहुननके स्वागत करनाहाँ हुई परत। परमेश्वरके वचन मजासे सिखैनामे ओइने सिपार हुई परत।
मण्डलीमे या ख्रीष्टके यी शरीरमे परमेश्वर हम्रिहिन्हे कैयो मेरिक काम देले बताँ। सक्कुहुनसे आघे, ऊ बहुत्ते मनैनहे निउतरह्यक रुपमे चुन्ले बताँ। दोसुर अगमवक्तक रुपमे, तेसर गुरुक रुपमे, और अचम्मक काम करुइयनके रुपमे, और चोख्वाइक लग, सहायता करुइयनके रुपमे, और प्रशासन करुइयनके रुपमे, और कैयो मेरिक भाषा बोलुइयनहे चुन्ले बताँ।
हे मोरिक विश्वासी भैयो, कोन काम कसिके करे परत कहिके मोरिक बात सुनो! जब तुहुरे आराधना करक लग एक्के थेन जमा हुइथो। तब तुहुरिन्मेसे केऊ गीत गैथो। केऊ उपदेश देहत। और केऊ परमेश्वरके देखैलक बात सक्कुहुनहे बत्वाइत। केऊ अन्य भाषामे बात करत। और केऊ भर ओकर उल्ठा करत। यी सक्कु बातके एक्के उद्देश्य हुई परत कि यिहिसे मण्डलीक विश्वासीनके विश्वास पक्का हुइनामे सहयोग मिलिन।