गैर-यहूदिनके अप्निक विरोध करतताँ। पर रिस देखाइक लग अप्निक समय आगिल बा, और सक्कु मुअल मनैनके न्याय करना समय आगिल बा। आब उ समय फेन हो, जब अप्नि उ अगमवक्तनहे ईनाम देबी, जेने अप्निक सेवा करथाँ। और उ सक्कु मनैनहे जेने अप्निक सम्मान करथाँ। और जेने कमजोर बताँ और जेने शक्तिशाली बताँ। और यी वहे समय फेन हो, जब अप्नि उ मनैनहे नाश कर्बी, जेने पृथ्वीमे औरे जहनहे नाश करतताँ।”