जब रोम देशके महाराजा तिबेरिअसके यहूदिया प्रदेशमे शासन कर्लक पन्द्र साल हुइल रहिस। तब वहाँक राजपाल पन्तियस पिलातस रहे। वहे समयमे हेरोद गालील प्रदेशके शासक रहे, और ओकर भैया फिलिप इतुरिया प्रदेश और त्राखोनितिस प्रदेशमे शासन करतेहे।
और परमेश्वरके राजके यी खुशीक खबर सारा संसारमे गवाहीक लग प्रचार करजाई, ताकि सक्कु जातिनके मनै यिहिहे स्वीकार करना मौका भेटाँइत। ओकरपाछे संसारके अन्त्य हुई।”
यदि मै अपराधी हुइतुँ, और मै ज्यान सजाय मिल्ना लायकके काम करल हुइबुँ कलेसे मुअक लग मै अस्वीकार नै करम। पर यदि मोरिक उप्पर यनके लगैलक आरोपमे कुछु सबुत नै हो कलेसे महिन्हे केक्रो अधिकार नै हो कि केऊ महिन्हे यनके हाँथेम सौँपे। मै महाराजक थेन ऊ अप्निहीँ न्याय करिँत् कहिके अपील करम।”