काकरेकी हम्रे दिनके सन्तान हुइती, तबेकमारे हम्रे अपनहे नियन्त्रण करे परत। विश्वास और प्रेमहे घाललेऊ, जेने ओस्तेहेँके हमार रक्षा करथाँ जसिके एकथो कवच सैनीकके रक्षा करत। और हम्रिहिन्हे यी आशा बा कि हम्रे सदाकालके दण्डसे बँचगिल बती, और हम्रिहिन्हे मुक्ति मिलगिल बा। और यी आशा उ खोप्रिहीक हस हो, जोन सैनीकहे रक्षा करत।