27 और यहूदी प्रधान पुजारी ओइन्हे महासभक आघे ठरह्वाइल और असिके पुँछल,
27 हुँक्र प्रेरितहुँकन महासभम उपस्थित करैल। तबदोस्र प्रधान पूजारी हुँकन पुछ्ल,
पर मै तुहुरिन्हे कहतुँ, जे किहुसे फेन रिसिबी करी परमेश्वर उहिहे दण्ड दिहीँ। और जे केक्रो फेन अपमान करी, ऊ महासभामे दण्ड भेटाई। पर जे किहुहे ‘तैँ मूर्ख’ कहिके कही कलेसे ऊ नरकके आगीमे परना जोखिममे रही।
दोसुर दिन यहूदी दलके नेतन पावलहे कोन खास कारणसे दोष लगाइल रहिँत उ बुझक लग ओकर सिँक्री खोलदेलाँ। और सक्कु मुख्य पुजारीनहे और महासभाहे जुटना आज्ञा देलाँ। और पावलहे तरे नानके ओइन्के आघे ठरह्वैलाँ।
और ओइने स्तिफनसके विरोधमे जनतनहे, यहूदी दलके नेतनहे और यहूदी कानुनके गुरुनहे उक्सैलाँ। और यने आके स्तिफनसहे पकरलाँ, और उहिहे महासभक आघे लैगिलाँ।
और पत्रुस और यूहन्नाहे ओइने सक्कुहुनके बिच्चेम थरह्वाके पुँछ्लाँ, “यी मनैयाहे चोख्वाइक लग तुहुरे कोन शक्तिसे या कोन अधिकारके प्रयोग कर्ले बतो?”
ओजरार हुइतिकिल जमा हुइलक यहूदी दलके नेतन, मुख्य पुजारीनके और यहूदी कानुनके गुरुनके येशूहे अपन महासभामे लैगिलाँ।
निउतरह्यन सक्करहीँ मन्दिरमे गैलाँ। और शिक्षा देना सुरु करदेलाँ, जसिके ओइन्हे स्वर्गदूत बतैले रहिन। पर यहूदी प्रधान पुजारी और ओकर संघरियन आके महासभाहे और इजरायलीनके सक्कु अगुवनहे जमा करैलाँ। और निउतरह्यनहे ओइने झेलमेसे नन्ना आदेश देलाँ।
तब्बेहेँ गमलिएल नाउँ रहल एकथो फरिसी महासभक आघे ठरह्यागिल। ऊ एकथो सक्कुहुनके मानल यहूदी कानुनके गुरु रहे। निउतरह्यनहे ऊ एक घचिक लग महासभामेसे बाहेर जैना आज्ञा देहल।