9 जुता लगा, तर अउर लत्ता जनलइजा।”
9 जुता लाया, तर और बड्ता लत्ता जन बोक्या।”
स्वर्गदुतले तनलाइ भुन्यो, “पटुको बाद, रे जुत्ता लगा!” तबइ तनले तसोइ अर्यो। उनुले तनलाइ भुन्यो, “खास्टो ओडिबर मेरा पाछापाछा लाग।”
तिनुलाइ इसुले यसो आग्या दियो, “यात्राकि निउति सङमि केइ जनबोक, न त रोटो, न झोला, न खल्टिना पइसा, तर एक टेक्द्या लठ्ठि मात्तरइ बोक।
इसुले तिनुलाइ भुन्यो, “तमु जइ घर पसन्छउ, तइ गाउँबटहइ ननिकलन्ज्यासम्म तसइ घर बस।