रोमियों 10:17 - सरल हिन्दी बाइबल17 इसलिये स्पष्ट है कि विश्वास की उत्पत्ति होती है सुनने के माध्यम से तथा सुनना मसीह के वचन के माध्यम से. अध्याय देखेंपवित्र बाइबल17 सो उपदेश के सुनने से विश्वास उपजता है और उपदेश तब सुना जाता है जब कोई मसीह के विषय में उपदेश देता है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 इस प्रकार हम देखते हैं कि संदेश सुनने से विश्वास उत्पन्न होता है और जो सुनाया जाता है, वह मसीह का वचन है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 अत: विश्वास सुनने से और सुनना मसीह के वचन से होता है। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल17 अतः विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन के द्वारा होता है। अध्याय देखें |
यही कारण है कि हम भी परमेश्वर के प्रति निरंतर धन्यवाद प्रकट करते हैं कि जिस समय तुमने हमसे परमेश्वर के वचन के संदेश को स्वीकार किया, तुमने इसे किसी मनुष्य के संदेश के रूप में नहीं परंतु उसकी सच्चाई में अर्थात् परमेश्वर ही के वचन के रूप में ग्रहण किया, जो तुममें, जिन्होंने विश्वास किया है, कार्य भी कर रहा है.