यिर्मयाह 43:11 - सरल हिन्दी बाइबल11 नबूकदनेज्ज़र आकर मिस्र को पराजित कर देगा. जिनके लिए मृत्यु नियत की गई है, उनकी मृत्यु हो जाएगी; जिनको बंदी बना लिया जाना नियत है, वे बंदी बना लिए जाएंगे; जो तलवार से वध किए जाने के लिए निर्धारित किए गए हैं, वे तलवार से वध कर दिए जाएंगे. अध्याय देखेंपवित्र बाइबल11 नबूकदनेस्सर यहाँ आएगा और मिस्र पर आक्रमण करेगा। वह उन्हें मृत्यु के घाट उतारेगा जो मरने वाले हैं। जो बन्दी बनाये जाने के योग्य है वह उन्हें बन्दी बनायेगा और वह उन्हें तलवार के घाट उतारेगा जिन्हें तलवार से मारना है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible11 वह आके मिस्र देश को मारेगा, तब जो मरने वाले हों वे मृत्यु के वश में, जो बंधुए होने वाले हों वे बंधुआई में, और जो तलवार के लिये हें वे तलवार के वश में कर दिए जाएंगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)11 तब वह मिस्र देश की राजधानी में आएगा, और देश को नष्ट कर देगा। जो लोग महामारी से मरने के लिए ठहराए गए हैं, वे महामारी से मरेंगे। जो लोग बन्दी बनाए जाने के लिए ठहराए गए हैं, वे बन्दी बन कर गुलामी में जाएंगे, और जो तलवार से वध होने के लिए ठहराए गए हैं, उनका तलवार से वध होगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)11 वह आ के मिस्र देश को मारेगा, तब जो मरनेवाले हों वे मृत्यु के वश में, जो बन्दी होनेवाले हों वे बँधुआई में, और जो तलवार के लिये हैं वे तलवार के वश में कर दिए जाएँगे। अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201911 वह आकर मिस्र देश को मारेगा, तब जो मरनेवाले हों वे मृत्यु के वश में, जो बन्दी होनेवाले हों वे बँधुआई में, और जो तलवार के लिये है वे तलवार के वश में कर दिए जाएँगे। (प्रका. 13:10) अध्याय देखें |
जब वे तुमसे यह पूछें, ‘कहां जाएं हम?’ तब तुम उन्हें उत्तर देना, ‘यह वाणी याहवेह की है: “ ‘वे जो मृत्यु के लिए पूर्व-निर्दिष्ट हैं, उनकी मृत्यु होगी; जो तलवार के लिए पूर्व-निर्दिष्ट हैं, उनकी तलवार से, जो अकाल के लिए पूर्व-निर्दिष्ट हैं, उनकी अकाल से; तथा जिन्हें बंधुआई में ले जाया जाना है, वे बंधुआई में ही ले जाए जाएंगे.’
मैं यहूदिया के उस बचे हुए लोगों को, जो मिस्र में बस जाने के लिए तैयार हो चुके हैं, नष्ट कर दूंगा. मिस्र देश में वे पूर्णतः नष्ट हो जाएंगे; वे तलवार तथा अकाल से नष्ट हो जाएंगे. तलवार एवं अकाल से सामान्य एवं विशिष्ट दोनों ही मिटा दिए जाएंगे. वे शाप बन जाएंगे, आतंक-प्रतिरूप हो जाएंगे, अमंगल प्रार्थना तथा उपहास का विषय हो जाएंगे.