यिर्मयाह 22:6 - सरल हिन्दी बाइबल6 क्योंकि यहूदिया के राजा के महलों के विषय में याहवेह की यह वाणी है: “मेरी दृष्टि में तुम गिलआद सदृश हो, लबानोन शिखर सदृश, फिर भी निश्चयतः मैं तुम्हें निर्जन प्रदेश बना छोडूंगा, उन नगरों के सदृश, जो निर्जन हैं. अध्याय देखेंपवित्र बाइबल6 यहोवा उन महलों के बारे में यह कहता है जिनमें यहूदा के राजा रहते हैं: “गिलाद वन की तरह यह महल ऊँचा है। यह लबानोन पर्वत के समान ऊँचा है। किन्तु मैं इसे सचमुच मरुभूमि सा बनाऊँगा। यह महल उस नगर की तरह सूना होगा जिसमें कोई व्यक्ति न रहता हो। अध्याय देखेंHindi Holy Bible6 क्योंकि यहोवा यहूदा के राजा के इस भवन के विषय में यों कहता है, तू मुझे गिलाद देश सा और लबानोन के शिखर सा दिखाई पड़ता है, परन्तु निश्चय मैं तुझे मरुस्थल व एक निर्जन नगर बनाऊंगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)6 यहूदा के राजा के राजमहल के सम्बन्ध में प्रभु यह कहता है : ‘तू मेरे लिए गिलआद के सदृश प्रिय और लबानोन पर्वत के शिखर के सदृश सुन्दर था; किन्तु अब मैं तुझको मरुस्थल बना दूंगा, तुझको उजाड़ नगर-जैसा निर्जन कर दूंगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)6 क्योंकि यहोवा यहूदा के राजा के इस भवन के विषय में यों कहता है : तू मुझे गिलाद देश–सा और लबानोन के शिखर–सा दिखाई पड़ता है, परन्तु निश्चय मैं तुझे मरुस्थल व एक निर्जन नगर बनाऊँगा। अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20196 क्योंकि यहोवा यहूदा के राजा के इस भवन के विषय में यह कहता है, तू मुझे गिलाद देश सा और लबानोन के शिखर सा दिखाई पड़ता है, परन्तु निश्चय मैं तुझे मरुस्थल व एक निर्जन नगर बनाऊँगा। अध्याय देखें |
तुमने अपने दूतों के द्वारा याहवेह की निंदा की है. तुमने कहा, ‘अपने रथों की बड़ी संख्या लेकर मैं पहाड़ों की ऊंचाइयों पर चढ़ आया हूं, हां, लबानोन के दुर्गम, दूर के स्थानों तक; मैंने सबसे ऊंचे देवदार के पेड़ काट गिराए हैं, इसके सबसे उत्तम सनोवरों को भी; मैंने इसके दूर-दूर के घरों में प्रवेश किया, हां, इसके घने वनों में भी.
“यहूदिया के राजा हिज़किय्याह के राज्य-काल में मोरेशेथवासी मीकाह ने भविष्यवाणी की थी और उसकी भविष्यवाणी सारे यहूदियावासियों से संबंधित इस प्रकार थी, ‘सेनाओं के याहवेह ने यह कहा है: “ ‘ज़ियोन पर खेत के सदृश हल चला दिया जाएगा, येरूशलेम खंडहर हो जाएगा, तथा भवन की पहाड़ी, वन में पूजा-स्थल का स्वरूप ले लेगी.’