उत्पत्ति 43:23 - सरल हिन्दी बाइबल23 उस सेवक ने उनसे कहा, “शांत हो जाइए, डरिये नहीं, आपके परमेश्वर, तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने आपके बोरों में रुपया रखा होगा. मुझे तो रुपया मिल चुका है.” यह कहते हुए वह शिमओन को उनके पास बाहर लाए. अध्याय देखेंपवित्र बाइबल23 किन्तु सेवक ने उत्तर दिया, “डरो नहीं, मुझ पर विश्वास करो। तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने तुम लोगों के धन को तुम्हारी बोरियों में भेंट के रूप में रखा होगा। मुझे याद है कि तुम लोगों ने पिछली बार अन्न का मूल्य मुझे दे दिया था।” सेवक शिमोन को कारागार से बाहर लाया। अध्याय देखेंHindi Holy Bible23 उसने कहा, तुम्हारा कुशल हो, मत डरो: तुम्हारा परमेश्वर, जो तुम्हारे पिता का भी परमेश्वर है, उसी ने तुम को तुम्हारे बोरों में धन दिया होगा, तुम्हारा रूपया तो मुझ को मिल गया था: फिर उसने शिमोन को निकाल कर उनके संग कर दिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)23 उसने कहा, ‘निश्चिन्त रहो, मत डरो। तुम्हारे परमेश्वर, तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने बोरों में तुम्हारे लिए धन रखा होगा। मुझे तो तुम्हारी रकम मिल गई थी।’ तत्पश्चात् वह शिमोन को निकाल कर उनके पास लाया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)23 उसने कहा, “तुम्हारा कुशल हो, मत डरो! तुम्हारा परमेश्वर, जो तुम्हारे पिता का भी परमेश्वर है, उसी ने तुम को तुम्हारे बोरों में धन दिया होगा, तुम्हारा रुपया तो मुझको मिल गया था।” फिर उसने शिमोन को निकालकर उनके संग कर दिया। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल23 उसने कहा, “तुम शांति से रहो, और डरो मत! तुम्हारे परमेश्वर और तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने तुम्हारे बोरों में तुम्हारे लिए धन रखा होगा। मुझे तो तुम्हारा रुपया मिल गया था।” तब वह शिमोन को बंदीगृह से निकालकर उनके पास ले आया। अध्याय देखें |
इसी समय पवित्रात्मा आमासाई पर जो उन तीस पर प्रधान था, उतरे और आमासाई यह कहने लगा, “दावीद, हम आपके हैं! यिशै के पुत्र, हम आपके साथ हैं! शांति, आप पर शांति बनी रहे, शांति आपके सहायकों पर बनी रहे, निःसंदेह, आपके परमेश्वर आपकी सहायता करते हैं.” यह सुन दावीद ने उन्हें स्वीकार कर लिया और उन्हें सैनिकों का प्रधान बना दिया.
दावीद जब शाऊल के विरुद्ध फिलिस्तीनियों के साथ युद्ध के लिए तैयार हो ही रहे थे कि कुछ मनश्शेहवासी भी दावीद के साथ हो गए. (फिर भी दावीद फिलिस्तीनियों के साथ युद्ध पर नहीं गए, क्योंकि फिलिस्तीनियों के अधिकारियों ने आपस में विचार-विमर्श किया और दावीद को इस शक के साथ लौटा दिया, “हमारे सिरों को कटवा कर वह अपने स्वामी शाऊल के पास लौट जाएगा.”)