अय्यूब 31:28 - सरल हिन्दी बाइबल28 यह भी पाप ही हुआ होता, जिसका दंडित किया जाना अनिवार्य हो जाता, क्योंकि यह तो परमेश्वर को उनके अधिकार से वंचित करना हो जाता. अध्याय देखेंपवित्र बाइबल28 यदि मैंने इनमें से कुछ किया तो वो मेरा पाप हो और मुझे उसका दण्ड मिले। क्योंकि मैं उन बातों को करते हुये सर्वशक्तिशाली परमेश्वर का अविश्वासी हो जाता। अध्याय देखेंHindi Holy Bible28 तो यह भी न्यायियों से दण्ड पाने के योग्य अधर्म का काम होता; क्योंकि ऐसा कर के मैं ने सर्वश्रेष्ट ईश्वर का इनकार किया होता। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)28 तो मेरा यह कार्य भी अधर्म होता, और इस अधर्म का कठोर दण्ड न्यायाधीशों के द्वारा अवश्य दिया जाना चाहिए; क्योंकि मैंने सर्वोच्च परमेश्वर के प्रति विश्वासघात किया होता। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)28 तो यह भी न्यायियों से दण्ड पाने के योग्य अधर्म का काम होता; क्योंकि ऐसा करके मैं ने सर्वश्रेष्ठ परमेश्वर का इन्कार किया होता। अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201928 तो यह भी न्यायियों से दण्ड पाने के योग्य अधर्म का काम होता; क्योंकि ऐसा करके मैंने सर्वश्रेष्ठ परमेश्वर का इन्कार किया होता। अध्याय देखें |