यिर्मयाह 5:29 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)29 इसलिये, यहोवा की यह वाणी है, क्या मैं इन बातों का दण्ड न दूँ? क्या मैं ऐसी जाति से पलटा न लूँ?” अध्याय देखेंपवित्र बाइबल29 क्या मुझे इन कामों के करने के कारण यहूदा को दण्ड देना चाहिये? यह सन्देश यहोवा का है। तुम जानते हो कि मुझे ऐसे राष्ट्र को दण्ड देना चाहिये। मुझे उन्हें वह दण्ड देना चाहिए जो उन्हें मिलना चाहिए।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible29 इसलिये, यहोवा की यह वाणी है, क्या मैं इन बातों का दण्ड न दूं? क्या मैं ऐसी जाति से पलटा न लूं? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)29 तब क्या मैं उनके इन दुष्कर्मों के लिए उनको दण्ड न दूंगा? क्या मैं ऐसी पापी कौम से प्रतिशोध न लूं?’ प्रभु की यह वाणी है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल29 क्या मैं ऐसे व्यक्तियों को दंड न दूं?” यह याहवेह की वाणी है. “क्या मैं इस प्रकार के राष्ट्र से अपना बदला न लूं? अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201929 इसलिए, यहोवा की यह वाणी है, क्या मैं इन बातों का दण्ड न दूँ? क्या मैं ऐसी जाति से पलटा न लूँ?” अध्याय देखें |
“तब मैं न्याय करने को तुम्हारे निकट आऊँगा; और टोन्हों, और व्यभिचारियों, और झूठी किरिया खानेवालों के विरुद्ध, और जो मज़दूर की मज़दूरी को दबाते, और विधवा और अनाथों पर अन्धेर करते, और परदेशी का न्याय बिगाड़ते, और मेरा भय नहीं मानते, उन सभों के विरुद्ध मैं तुरन्त साक्षी दूँगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।