Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




नीतिवचन 20:25 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

25 जो मनुष्य बिना विचारे किसी वस्तु को पवित्र ठहराए, और जो मन्नत मानकर पूछपाछ करने लगे, वह फन्दे में फँसेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

25 यहोवा को कुछ अर्पण करने की प्रतिज्ञा से पूर्व ही विचार ले; भली भांति विचार ले। सम्भव है यदि तू बाद में ऐसा सोचे, “अच्छा होता मैं वह मन्नत न मानता।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

25 जो मनुष्य बिना विचारे किसी वस्तु को पवित्र ठहराए, और जो मन्नत मान कर पूछ पाछ करने लगे, वह फन्दे में फंसेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

25 जो मनुष्‍य उतावली में कहता है, ‘यह प्रभु को अर्पित है’, और उसकी मन्नत मानकर पुन: विचार करता है, तो वह जाल में फंसता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

25 मनुष्य के लिए बिना सोचे-समझे किसी वस्तु को पवित्र ठहराना, और मन्‍न‍त मानकर फिर से विचार करना फंदा ठहरता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

25 जल्दबाजी में कुछ प्रभु के लिए कुछ समर्पित करना एक जाल जैसा है, क्योंकि तत्पश्चात व्यक्ति मन्नत के बारे में विचार करने लगता है!

अध्याय देखें प्रतिलिपि




नीतिवचन 20:25
15 क्रॉस रेफरेंस  

“फिर तुम सुन चुके हो कि पूर्वकाल के लोगों से कहा गया था, ‘झूठी शपथ न खाना, परन्तु प्रभु के लिये अपनी शपथ को पूरी करना।’


“यदि कोई यहोवा की पवित्र की हुई वस्तुओं के विषय में भूल से विश्‍वासघात करे और पापी ठहरे, तो वह यहोवा के पास एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि के लिये ले आए; उसका दाम पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार उतने ही शेकेल चाँदी का हो जितना याजक ठहराए।


मूर्ख का विनाश उसकी बातों से होता है, और उसके वचन उसके प्राण के लिये फन्दे होते हैं।


जो बिना बात सुने उत्तर देता है, वह मूढ़ ठहरता, और उसका अनादर होता है।


बातें करने में उतावली न करना, और न अपने मन से कोई बात उतावली में परमेश्‍वर के सामने निकालना, क्योंकि परमेश्‍वर स्वर्ग में है और तू पृथ्वी पर है; इसलिये तेरे वचन थोड़े ही हों।


परन्तु यदि तू मन्नत न माने, तो तेरा कोई पाप नहीं।


जो कुछ तेरे मुँह से निकले उसे पूरा करने में चौकसी करना; तू अपने मुँह से वचन देकर अपनी इच्छा से अपने परमेश्‍वर यहोवा की जैसी मन्नत माने, वैसी ही स्वतन्त्रता पूर्वक उसे पूरा करना।


“जब तू किसी दूसरे की दाख की बारी में जाए, तब पेट भर मनमाने दाख खा तो खा, परन्तु अपने पात्र में कुछ न रखना।


और जब उनके पिता या भाई हमारे पास झगड़ने को आएँगे, तब हम उनसे कहेंगे, “अनुग्रह करके उनको हमें दे दो, क्योंकि लड़ाई के समय हम ने उनमें से एक एक के लिए स्त्री नहीं बचाई, और तुम लोगों ने तो उनका विवाह नहीं किया, नहीं तो तुम अब दोषी ठहरते।”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों