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नीतिवचन 14:30 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

30 शान्त मन, तन का जीवन है, परन्तु मन के जलने से हड्डियाँ भी जल जाती हैं।

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पवित्र बाइबल

30 शान्त मन शरीर को जीवन देता है किन्तु ईर्ष्या हड्डियों तक को सड़ा देती है।

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Hindi Holy Bible

30 शान्त मन, तन का जीवन है, परन्तु मन के जलने से हड्डियां भी जल जाती हैं।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

30 शान्‍त मन शरीर को स्‍वस्‍थ रखता है, पर क्रोध की ज्‍वाला हड्डियों को भी भस्‍म कर देती है।

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नवीन हिंदी बाइबल

30 शांत मन, तन का जीवन है; परंतु ईर्ष्या हड्डियों को गला देती है।

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सरल हिन्दी बाइबल

30 शांत हृदय देह के लिए संजीवनी सिद्ध होता है, किंतु ईर्ष्या अस्थियों में लगे घुन-समान है.

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नीतिवचन 14:30
14 क्रॉस रेफरेंस  

उसने कहा, “कारण यह है कि मैं ने यिज्रेली नाबोत से कहा कि रुपया लेकर मुझे अपनी दाख की बारी दे, नहीं तो यदि तू चाहे तो मैं उसके बदले दूसरी दाख की बारी दूँगा; और उसने कहा, ‘मैं अपनी दाख की बारी तुझे न दूँगा’।”


क्योंकि मूढ़ तो खेद करते करते नष्‍ट हो जाता है, और भोला जलते जलते मर मिटता है।


दुष्‍ट इसे देखकर कुढ़ेगा; वह दाँत पीस–पीसकर गल जाएगा; दुष्‍टों की लालसा पूरी न होगी।


मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े। क़ाफ


भली स्त्री अपने पति का मुकुट है, परन्तु जो लज्जा के काम करती वह मानो उसकी हड्डियों के सड़ने का कारण होती है।


मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है, परन्तु मन के दु:ख से आत्मा निराश होती है।


मन का आनन्द अच्छी औषधि है, परन्तु मन के टूटने से हड्डियाँ सूख जाती हैं।


ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियाँ पुष्‍ट रहेंगी।


सबसे अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है।


यह सब सुनते ही मेरा कलेजा काँप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे, मेरी हड्डियाँ सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े काँपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूँगा जब दल बाँधकर प्रजा चढ़ाई करे।


“कुलपतियों ने यूसुफ से डाह करके उसे मिस्र देश जानेवालों के हाथ बेचा। परन्तु परमेश्‍वर उसके साथ था,


इसलिये वे सब प्रकार के अधर्म, और दुष्‍टता, और लोभ, और बैरभाव से भर गए; और डाह, और हत्या, और झगड़े, और छल, और ईर्ष्या से भरपूर हो गए, और चुगलखोर,


क्योंकि परमेश्‍वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ्य और प्रेम और संयम की आत्मा दी है।


क्या तुम यह समझते हो कि पवित्रशास्त्र व्यर्थ कहता है, “जिस आत्मा को उसने हमारे भीतर बसाया है, क्या वह ऐसी लालसा करता है जिसका प्रतिफल डाह हो”?


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