Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 49:4 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

4 तू जो जल के समान उबलनेवाला है, इसलिये दूसरों से श्रेष्‍ठ न ठहरेगा; क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा, तब तू ने उसको अशुद्ध किया; वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

4 किन्तु तुम बाढ़ की तंरगों की तरह प्रचण्ड हो। तुम मेरे सभी पुत्रों से अधिक महत्व के नहीं हो सकोगे। तुम उस स्त्री के साथ सोए जो तुम्हारे पिता की थी। तुमने अपने पिता के बिछौने को सम्मान नहीं दिया।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

4 तू जो जल की नाईं उबलने वाला है, इसलिये औरों से श्रेष्ट न ठहरेगा; क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा, तब तू ने उसको अशुद्ध किया; वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया॥

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

4 तू जल के झाग के सदृश अस्‍थिर है। तू श्रेष्‍ठ नहीं रहेगा। क्‍योंकि तू अपने पिता की शय्‍या पर चढ़ा था, तूने उसे अपवित्र किया था, तू मेरे बिछौने पर चढ़ा था।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

4 तू अस्थिर जल के समान है, तू श्रेष्‍ठ न ठहरेगा, क्योंकि तूने अपने पिता की खाट पर चढ़कर उसे अशुद्ध किया है— वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

4 जो अशांत पानी के समान उग्र हैं, इसलिये तुम महान न बनोगे, क्योंकि तुमने अपने पिता के बिछौने को अशुद्ध किया.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 49:4
11 क्रॉस रेफरेंस  

जब इस्राएल उस देश में बसा था, तब एक दिन ऐसा हुआ कि रूबेन ने जाकर अपने पिता की रखेली बिल्हा के साथ कुकर्म किया; और यह बात इस्राएल को मालूम हो गई। याक़ूब के बारह पुत्र हुए।


याक़ूब के साथ जो इस्राएली, अर्थात् उसके बेटे, पोते आदि, मिस्र में आए, उनके नाम ये हैं : याक़ूब का जेठा रूबेन था;


इस्राएल का जेठा तो रूबेन था, परन्तु उसने जो अपने पिता के बिछौने को अशुद्ध किया, इस कारण जेठे का अधिकार इस्राएल के पुत्र यूसुफ के पुत्रों को दिया गया। वंशावली जेठे के अधिकार के अनुसार नहीं ठहरी।


यहाँ तक सुनने में आता है कि तुम में व्यभिचार होता है, वरन् ऐसा व्यभिचार जो अन्यजातियों में भी नहीं होता कि एक मनुष्य अपने पिता की पत्नी को रखता है।


‘शापित हो वह जो अपनी सौतेली माता से कुकर्म करे, क्योंकि वह अपने पिता का ओढ़ना उघाड़ता है।’ तब सब लोग कहें, ‘आमीन।’


“रूबेन न मरे, वरन् जीवित रहे, तौभी उसके यहाँ के मनुष्य थोड़े हों।”


‘तू न किसी की पत्नी का लालच करना, और न किसी के घर का लालच करना, न उसके खेत का, न उसके दास का, न उसकी दासी का, न उसके बैल या गदहे का, न उसकी किसी और वस्तु का लालच करना।’


उनकी आँखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रुक नहीं सकते। वे चंचल मनवालों को फुसला लेते हैं। उनके मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है; वे सन्ताप की सन्तान हैं।


वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है, जिनमें कुछ बातें ऐसी हैं जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उन के अर्थों को भी पवित्रशास्त्र की अन्य बातों की तरह खींच तानकर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों