Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 16:13 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

13 तब उसने यहोवा का नाम जिसने उससे बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा, “क्या मैं यहाँ भी उसको जाते हुए देखने पाई और देखने के बाद भी जीवित रही?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

13 तब यहोवा ने हाजिरा से बातें कीं उसने परमेश्वर को जो उससे बातें कर रहा था, एक नए नाम से पुकारा। उसने कहा, “तुम वह ‘यहोवा हो जो मुझे देखता है।’” उसने उसे वह नाम इसलिए दिया क्योंकि उसने अपने—आप से कहा, “मैंने देखा है कि वह मेरे ऊपर नज़र रखता है।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

13 तब उसने यहोवा का नाम जिसने उससे बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा कि, क्या मैं यहां भी उसको जाते हुए देखने पाई जो मेरा देखनेहारा है?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

13 हागार ने उस प्रभु का नाम, जो उससे बोला था, ‘अत्ता-एल-रोई’ रखा, क्‍योंकि वह कहती थी, ‘क्‍या मैंने सचमुच परमेश्‍वर को देखा और उसे देखने के पश्‍चात् भी जीवित रही?’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

13 तब उसने यहोवा का नाम, जिसने उससे बातें की थीं “तू एलरोई है” रखा, और उसने कहा, “क्या मैंने यहाँ सचमुच उसे देखा है जो मुझे देखता है?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

13 तब हागार ने याहवेह का जिन्होंने उससे बात की थी, यह नाम रखा: “अत्ता-एल-रोई,” (अर्थात् आप मुझे देखनेवाला परमेश्वर हैं) उसने यह भी कहा, “मैंने अब उसको देखा है जो मुझे देखता है.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 16:13
14 क्रॉस रेफरेंस  

तब याक़ूब ने यह कहकर उस स्थान का नाम पनीएल रखा; “परमेश्‍वर को आमने–सामने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है।”


क्योंकि मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्‍टि से छिपे नहीं हैं, और वह उसके सब मार्गों पर ध्यान करता है।


यहोवा की आँखें सब स्थानों में लगी रहती हैं, वह बुरे भले दोनों को देखती रहती हैं।


मेरे पिता का परमेश्‍वर, अर्थात् अब्राहम का परमेश्‍वर, जिसका भय इसहाक भी मानता है, यदि मेरी ओर न होता तो निश्‍चय तू अब मुझे छूछे हाथ जाने देता। मेरे दु:ख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखकर परमेश्‍वर ने बीती हुई रात में तुझे डाँटा।”


तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा,


अब्राहम ने उस स्थान का नाम यहोवा यिरे रखा। इसके अनुसार आज तक भी कहा जाता है कि यहोवा के पहाड़ पर उपाय किया जाएगा।


और भय खाकर उसने कहा, “यह स्थान क्या ही भयानक है! यह तो परमेश्‍वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन् यह स्वर्ग का फाटक ही होगा।”


तब गिदोन ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनाकर उसका नाम ‘यहोवा शालोम’ रखा। वह आज के दिन तक अबीएजेरियों के ओप्रा में बनी है।


और उसने इस्राएलियों के प्रधानों पर हाथ न बढ़ाया; तब उन्होंने परमेश्‍वर का दर्शन किया, और खाया पिया।


पनीएल के पास से चलते–चलते सूर्य उदय हो गया, और वह जाँघ से लंगड़ाता था।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों