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अय्यूब 26:11 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

11 उसकी घुड़की से आकाश के खम्भे थरथराकर चकित होते हैं।

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पवित्र बाइबल

11 जब परमेश्वर डाँटता है तो वे नीवें जिन पर आकाश टिका है भय से काँपने लगती है।

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Hindi Holy Bible

11 उसकी घुड़की से आकाश के खम्भे थरथरा कर चकित होते हैं।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

11 उसकी डांट से स्‍वर्ग के स्‍तम्‍भ थरथराते हैं, वे उसकी घुड़की से काँपने लगते हैं।

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सरल हिन्दी बाइबल

11 स्वर्ग के स्तंभ कांप उठते हैं तथा उन्हें परमेश्वर की डांट पर आश्चर्य होता है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

11 उसकी घुड़की से आकाश के खम्भे थरथराते और चकित होते हैं।

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अय्यूब 26:11
12 क्रॉस रेफरेंस  

वह कंगाल को धूलि में से उठाता; और दरिद्र को घूरे में से निकाल खड़ा करता है, ताकि उनको अधिपतियों के संग बिठाए, और महिमायुक्‍त सिंहासन के अधिकारी बनाए। क्योंकि पृथ्वी के खम्भे यहोवा के हैं, और उसने उन पर जगत को धरा है।


“यहूदा के अधिपति जरुब्बाबेल से यों कह, मैं आकाश और पृथ्वी दोनों को कम्पाऊँगा,


तब पृथ्वी हिल गई, और काँप उठी और पहाड़ों की नींव कंपित होकर हिल गई क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।


देख, वह अपने पवित्रजनों पर भी विश्‍वास नहीं करता, और स्वर्ग भी उसकी दृष्‍टि में निर्मल नहीं है।


फिर मैं ने एक बड़ा श्‍वेत सिंहासन और उसको, जो उस पर बैठा हुआ है, देखा; उसके सामने से पृथ्वी और आकाश भाग गए, और उनके लिये जगह न मिली।


परन्तु प्रभु का दिन चोर के समान आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्द से जाता रहेगा और तत्व बहुत ही तप्‍त होकर पिघल जाएँगे और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाएँगे।


“तब पृथ्वी हिल गई और डोल उठी; और आकाश की नीवें काँपकर बहुत ही हिल गईं, क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।


उजियाले और अन्धियारे के बीच जहाँ सीमा बँधी है, वहाँ तक उसने जलनिधि की सीमा ठहरा रखी है।


वह अपने बल से समुद्र को शान्त करता, और अपनी बुद्धि से रहब को छेद देता है।


उसके स्पर्श से पहाड़ काँप उठते हैं और पहाड़ियाँ गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन् सारा संसार अपने सब रहनेवालों समेत थरथरा उठता है।


उसके क्रोध का सामना कौन कर सकता है? और जब उसका क्रोध भड़कता है, तब कौन ठहर सकता है? उसकी जलजलाहट आग के समान भड़क जाती है, और चट्टानें उसकी शक्‍ति से फट फटकर गिरती हैं।


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